नयी दिल्ली:लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने थंबीदुरै के उपाध्यक्ष चुने जाने पर बधाई दी. उन्होंने इस पर खुशी जताते हुए कहा कि उपाध्यक्ष को सर्वसम्मति से चुने जाने की समय की कसौटी पर खरी उतरी परंपरा आज और मजबूत हुई है.
उन्होंने कहा कि थंबीदुरै की बुद्धिमत्ता और उनके दीर्घकालिक अनुभव से सदन की गरिमा और बढेगी. उन्होंने कहा कि इसके अलावा व्यक्तिगत रूप से मुझे भी एक ऐसा माननीय अनुभवी साथी मिलेगा जिससे सदन को सुचारु रुप से चलाने में मदद मिलेगी.
थंबीदुरै ने सर्वसम्मति से उपाध्यक्ष चुने जाने के लिए सदन के सभी दलों और उनके नेताओं के का आभार व्यक्त किया और साथ ही अपनी पार्टी की नेता तथा तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता द्वारा उन्हें इस पद के लिए दोबारा अवसर दिए जाने के लिए उनका धन्यवाद किया.
उन्होंने महिलाओं के हितों को आगे बढाने के जयललिता के प्रयासों का उल्लेख करते हुए उम्मीद जतायी कि यह सदन जल्द ही महिलाओं को लोकसभा और विधानसभाओं में 33 फीसदी आरक्षण देने वाले विधेयक को पारित करेगा.
थंबीदुरै ने कहा कि वह सदन में सभी राजनीतिक दलों, समूहों और व्यक्तियों के हितों की रक्षा का भरपूर प्रयास करेंगे और निष्पक्ष रूप से सदन को चलाने का काम करेंगे जैसा कि इस पद से उम्मीद की जाती है.
इसके अलावा अन्नाद्रमुक के पी वेणुगोपाल ने भी अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता के उपाध्यक्ष चुने जाने पर खुशी जताते हुए कहा कि विद्वान होने के साथ ही थंबीदुरै इस पद के लिए दूसरी बार चुने गए हैं और उनका अनुभव सदन को सुचारु रुप से चलाने में बहुत काम आएगा.
तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय ने उजागर किया कि जब उपाध्यक्ष पद के लिए थंबीदुरै का नाम चल रहा था तो इस बारे में उनकी पार्टी की नेता ममता बनर्जी ने कहा कि जब थंबीदुरै का नाम चल रहा है तो और किसी नाम पर विचार करने की क्या जरूरत है.
बीजद के भृतुहरि मेहताब ने कहा कि थंबीदुरै के विचारों की स्पष्टता है और सबको साथ लेकर चलने की क्षमता भी है. इसके अलावा अन्य दलों ने भी थंबीदुरै को उपाध्यक्ष बनने पर बधाई दी.शिवसेना के अनंत गीते ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का इस बात के लिए आभार प्रकट किया कि उन्होंने सर्वसम्मति से उपाध्यक्ष चुने जाने की परंपरा को बनाए रखा.