स्तनपान करानेवाली माताओं को हाइ बीपी का खतरा कम

नयी दिल्ली : मां का दूध न सिर्फ बच्चे की सेहत और विकास के लिए फायदेमंद है, बल्कि मां का ब्लड प्रेशर भी ठीक रखता है. वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने यह दावा किया है कि, जो महिलाएं अपने बच्चों को लंबे समय तक अपना दूध पिलाती हैं, वे लंबे समय तक हाइ ब्लड […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:47 PM

नयी दिल्ली : मां का दूध न सिर्फ बच्चे की सेहत और विकास के लिए फायदेमंद है, बल्कि मां का ब्लड प्रेशर भी ठीक रखता है. वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने यह दावा किया है कि, जो महिलाएं अपने बच्चों को लंबे समय तक अपना दूध पिलाती हैं, वे लंबे समय तक हाइ ब्लड प्रेशर की मरीज नहीं होती हैं.

शोध के दौरान उन्होंने पाया कि बच्चे को लंबे समय तक दूध पिलाने वाली महिलाएं अमूमन 64 साल की उम्र तक हाइ ब्लड प्रेशर का शिकार नहीं होती हैं. इस दौरान शोधकर्ताओं ने 27,785 आस्ट्रेलियाई महिलाओं, जिनकी उम्र 45 वर्ष से अधिक थी, की मेडिकल हिस्ट्री और ब्रेस्ट फीडिंग की जानकारी इकट्ठा की.

शोधकर्ता डॉ जोएन लिंड ने माना कि यह खोज एक बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने यह भी कहा कि शोध के दौरान 45 से 64 साल की महिलाओं ने अपने जीवन में औसतन करीब छह माह तक बच्चों को अपना दूध पिलाया और एक बच्चे को करीब तीन माह तक अपना दूध पिलाया.

हालांकि शोधकर्ता अभी तक ब्रेस्टफीडिंग और हाइ ब्लड प्रेशर के संबंध की ठोस वजह का पता नहीं लगा सके हैं पर उनका मानना है कि ब्रेस्टफीडिंग के दौरान निकलने वाले हार्मोन का संबंध ब्लड प्रेशर से हो सकता है.

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