कम मेक इन इंडिया:नरेंद्र मोदी
लाल किले के प्राचीर से मोदी ने लगायी योजनाओं की झड़ी,जानें क्या है खास नयी दिल्ली :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से तिरंगा फहराया. मोदी लाल किले की प्राचीर से बिना लिखा हुआ भाषण देते हुए देश के सभी लोगों को आजादी के इस मौके पर शुभकामना दी.मोदी ने कहा कि मैं आपके बीच […]
लाल किले के प्राचीर से मोदी ने लगायी योजनाओं की झड़ी,जानें क्या है खास
नयी दिल्ली :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से तिरंगा फहराया. मोदी लाल किले की प्राचीर से बिना लिखा हुआ भाषण देते हुए देश के सभी लोगों को आजादी के इस मौके पर शुभकामना दी.मोदी ने कहा कि मैं आपके बीच प्रधानमंत्री नहीं प्रधानसेवक के रूप में आया हूं. मोदी बिना किसी सुरक्षा घेरे के भाषण दे रहे थे.
उन्होंने कहा कि देश को हमारे किसानों ने बनाया है. एक दलित परिवार के बेटे को लाल किले के इसप्राचीरसे झंडा फहराने का मौका मिला है. मैं सभी प्रधानमंत्रियों का आभार व्यक्त करना चाहता हूं.हम सभी देश को मिलकर आगे ले जायें ऐसा संकल्प करें. मैं सभी सांसदों का अभिनंदन करता हूं. कल संसद का आखिरी दिन था, इस दौरान हमें सभी दलों का सहयोग मिला. सभी सांसदों को शुभकामनाएं देता हूं.
Listen to the PM's address to the nation on 68th #IndependenceDay on @SoundCloud https://t.co/WSmuJBixry @PMOIndia
— All India Radio News (@airnewsalerts) August 15, 2014
मोदी ने कहा कि एक सरकार के अंदर दर्जनों सरकार चल रही थी. मैंने इस दीवार को गिराने का काम किया है्. उन्होंने कहा कि सरकार का एक लक्ष्य होना चाहिए. एक मति,एक नीति.बलात्कार की घटनाओं से शर्म आती है. शर्म से मेरा माथा झूक जाता है. मैं घर की माताओं और पिताओं से पूछना चाहता हूं कि कभी आपलोगों ने अपने बेटे से पूछा है कि देर से क्यों घर आ रहे हो,घर से बाहर कहां जा रहे हो. हम अपनी बेटियों पर तो पाबंदी लगाते हैं लेकिन बेटों पर नहीं. बेटों पर बंधन डालकर देखने की जरूरत है.
बेटी से तो मां-बाप सैकड़ों सवाल पूछते हैं, पर क्या बेटों सेये सवाल पूछते हैं. आखिर बलात्कार करने वाला किसी का तो बेटा है. मोदी ने नक्सलियों से हिंसा का रास्ता छोड़ने की बात कही. उन्होंने कहा हमें हिंसा का रास्ता छोड़कर एकता के रास्ते को अपना लें. उन्होंने कहा कि खूनखराबे से कुछ मिलने वाला नहीं है,खून खराबे से केवल देश की धरती लाल होगी. मार-काट से किसी को कुछ नहीं मिला है.
देश की आनबान शान में बेटियों का योगदान है. कॉमनवेल्थ गेम्स में 64 में से 29 पदक बेटियों ने दिलाया. मैं डॉक्टरों से कहना चाहता हूं कि अपनी तिजोरी भरने के लिए किसी बेटी को गर्भ में मत मारिये.जन-धन योजना के माध्यम से देश के गरीब से गरीब लोगों को भी बैंक अकाउंट योजना से जोड़ेंगे. मोदी ने गरीबों को तोहफा दिया है. एक लाख लोगों को बीमा योजना का लाभ मिलेगा. मोदी ने सांसदों के नाम पर नयी योजना बनाने की घोषणा की. प्रधानमंत्री ने सांसद आदर्श ग्राम योजना की घोषणा की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में सफाई का काम सबसे बड़ा है. मैंने भी प्रधानमंत्री बनने के साथ ही सफाई का काम किया है. उन्होंने देश की जनता से सफाई का संकल्प करने का आहवान किया. उन्होंने कहा कि अगर सभी संकल्प करेंगे तो देश में हर ओर सफाई होगी और इसके बाद किसमें इतनी हिम्मत होगी कि कोई देश को गंदा कर सके.
मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी की 150 जयंती आ रही है इसपर हमें सकल्प कराना है कि हर ओर सफाई हो. प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रत्येक स्कूलों में बच्चियों के लिए अलग टॉयलेट होना चाहिए. उन्होंने सांसदों से आग्रह किया की वे अपना एक साल का फंड टॉयलेट के लिए दें.
मोदी लाल किले पहुंचने से पहले महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने राजघाट पहुंचे. उन्होंने 68 वें स्वतंत्रता दिवस के इस महान मौके पर बापू को श्रद्धांजलि दी. इसके बाद वह लाल किले के लिए निकले.
मोदी देश के श्रेष्ठ वक्ता माने जानेवाले अटल बिहारी वाजपेयी को अपना आदर्श मानते हैं. उनका मानना है कि लिखे हुए भाषण को पढ़ने से उनकी संवाद क्षमता प्रभावित होती है. अटलजी के साथ भी एक बार ऐसा हुआ था. ज्ञात हो कि मोदी ने चार मंत्रियों रवि शंकर प्रसाद, स्मृति ईरानी, अनंत कुमार और पीयूष गोयल को अलग-अलग मंत्रालयों के साथ सामंजस्य बैठाने और भाषण का खाका तैयार करने की जिम्मेवारी सौंपी है.
सरकार में मौजूद सूत्रों ने बताया कि भाषण में जिक्र किए जाने वाले विषय ‘प्वाइंट’ के रुप में मोदी के पास होंगे, जिसके आधार पर वह अपना भाषण देंगे. उनके भाषण को लिखित रुप देने का काम अनुवादकों के साथ प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) के अधिकारियों की एक बडी टीम करेगी.
गौरतलब है कि परंपरागत रुप से प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्र को संबोधित करने के दौरान पहले से लिखे हुए भाषण को पढा करते हैं. हालांकि, मोदी पहले से नहीं लिखा हुआ भाषण देने के लिए जाने जाते हैं.अपने भाषण में प्रधानमंत्री द्वारा अपनी दूरदृष्टि का जिक्र और अपने कार्यकाल के दौरान लागू किए जाने वाले कार्यक्रमों और नीतियों का एजेंडा बयां किये जाने की उम्मीद है.
विदेश नीति से जुडे मुद्दे पर उनके बोलने की उम्मीद है.मोदी द्वारा एक महात्वाकांक्षी वित्तीय समावेश योजना पेश करने की उम्मीद है जो 15 करोड लोगों को बैंक खाता मुहैया करेगा, जिसमें 5,000 रुपये की ओवरड्राफ्ट सुविधा (खाते में जमा रकम से अधिक निकासी) होगी और एक लाख रुपये की दुर्घटना बीमा होगी.
सूत्रों ने बताया कि दो चरणों वाले वित्तीय समावेश मिशन का मोदी यहां इस महीने के आखिर में शुभारंभ करेंगे. इसे केंद्रीय कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है. उन्होंने बताया कि सरकार इस योजना को देश भर में 28 और 29 अगस्त को संचालित करने के लिए तैयारी कर रही है.