नयी दिल्ली: सीबीआई ने ओडिशा स्थित एक चिट फंड कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी को करोडों रुपये के फर्जी निवेश घोटाले में आज गिरफ्तार कर लिया. उक्त अधिकारी भुवनेश्वर स्थित अपने आवास के पीछे स्थित एक कुएं में छुपा हुआ था. मुम्बई और ओडिशा में करीब 60 स्थानों पर छापेमारी के बाद जांच एजेंसी ने अर्थ तत्व समूह के निदेशक और एक स्थानीय कांग्रेस नेता संबित खुंटिया पर ध्यान केंद्रित किया और जो करीब एक महीने से गिरफ्तारी से बच रहा था.
एजेंसी सूत्रों ने दावा किया कि सीबीआई दल जब आज सुबह भुवनेश्वर स्थित उसके आवास पर पहुंचा तो उसकी पत्नी और उसकी मां ने दावा किया कि खुंटिया घर में नहीं है. यद्यपि सीबीआई अधिकारियों ने खुंटिया को घर के पीछे स्थित एक कुएं में छुपा पाया.
इसके अलावा टेलीविजन धारावाहिक निर्माता और स्टॉक ब्रोकर दीपक पारेख के मुम्बई स्थित आवास के साथ ही बहरमपुर, बालेश्वर और भुवनेश्वर में 54 स्थानों पर छापेमारी की गई. पारेख ने कथित तौर पर सेबी और एमसीएक्स से अर्थ तत्व समूह के लिए लाइसेंस प्राप्त किया था जबकि भाटिया ने समूह के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक प्रदीप सेठी के साथ मिलकर एक मीडिया कंपनी शुरु की थी जिसे सीबीआई ने गिरफ्तार किया था.
सारधा घोटला में 56 ठिकानों पर छापेमारी,बीजद विधायक भी शामिल
करोड़ों रुपये के सारधा चिटफंड घोटाने मामले में सीबीआई ने आज बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक प्रवता त्रिपाठी और और ओडीशा के एक स्थानीय अखबार के मालिक के ठिकानों सहित 56 जगहों पर छापा मारा.
सीबीआई अधिकारियों ने ओडिशा में करीब 54 और मुंबई में दो जगहों पर छापेमारी की है. अधिकारियों के मुताबिक यह छापा इसलिये मारा गया क्योंकि ताकि यह पता किया जा सके कि लेन-देन के तार कहां से जुड़े है.
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई अधिकारियों ने आज तडके भुवनेश्वर, बालेश्वर और ब्रह्मपुर सहित कई जगहों पर छापेमारी की. सूत्रों ने बताया कि पिछली विधानसभा में बीजद के मुख्य सचेतक रहे त्रिपाठी के आवासीय और कार्यालय परिसरों के अलावा अधिकारियों ने अर्थ तत्व ग्रुप के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक एवं अन्य निदेशकों के अलावा उनके रिश्तेदारों के घरों और दफ्तरों पर भी छापेमारी की.
ओडिशा क्रिकेट संघ के सचिव आशीर्वाद बेहरा, स्थानीय अखबार के मालिक विकास स्वाइन और पूर्व युवा कांग्रेस नेता समदित कुंतिया के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई. संपर्क किए जाने पर त्रिपाठी ने पुष्टि की कि उनके ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी की गई पर उन्होंने घोटाले में खुद की संलिप्तता से साफ इनकार किया.
त्रिपाठी ने कहा, चिट फंड घोटाले से मेरा कोई लेना-देना नहीं है. सीबीआई अधिकारियों ने कहा कि खुर्दा में उनके पैतृक मकान और कटक एवं भुवनेश्वर स्थित उनके आधिकारिक आवासों सहित दो अन्य स्थानों में छापेमारी की गई.
सीबीआई का आरोप है कि विधायक कुछ आरोपियों से अवैध वसूली कर रहे थे. हालांकि, त्रिपाठी ने आरोपों से इनकार किया है. त्रिपाठी का दावा है कि उन्हें इस वजह से निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि उन्होंने उस वक्त चिटफंड कंपनियों की कुछ बैठकों में हिस्सा लिया था जब वे सहकारी सोसाइटी के तौर पर काम कर रहे थे.संपर्क किए जाने पर बेहरा ने सीबीआई की तरफ से की गई छापेमारी पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.