भाजपा में बगावत,कुलस्ते ने शाह और नरेंद्र मोदी के खिलाफ खोला मोर्चा
नयी दिल्ली : जानकारों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम करने का अंदाज सबसे अलग होता है. वह अपने अनुसार की मंत्रिमंडल को चलाते हैं. इसका प्रमाण भी मिलने लगा है. वह स्वयं 13 से 14 घंटा काम करते हैं और मंत्रियों,अधिकारियों से काम लेते हैं. नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के […]
नयी दिल्ली : जानकारों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम करने का अंदाज सबसे अलग होता है. वह अपने अनुसार की मंत्रिमंडल को चलाते हैं. इसका प्रमाण भी मिलने लगा है. वह स्वयं 13 से 14 घंटा काम करते हैं और मंत्रियों,अधिकारियों से काम लेते हैं.
नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से भाजपा में कोई भी टूट-फूट,अंदरुनी कलह जैसी कोई बात सुनने को नहीं मिली है. लेकिन जैसे ही मोदी के खास और भाजपा के नये अध्यक्ष अमित शाह की नयी टीम का एलान हुआ. भाजपा के अंदर बगावत की बू आने लगी है.
भाजपा के कई नेताओं को शाह की टीम में जगह नहीं मिलने का रोष है. कोई होता है कि अपने रोष को सामने लोकर खड़ा कर देता है तो कोई उसे दबाकर रखता है और समय आने पर उसे बवंडर का रूप दे देता है. ऐसे ही एक भाजपा सांसद हैं फग्गन सिंह कुलस्ते.
कुलस्ते के अंदर कई दिनों से बगावत का रोष दबा हुआ था जो कि अब खुलकर सामने आ गया है. मध्य प्रदेश से चौथी बार पार्टी अनुसूचित जनजातिय मोर्चा के अध्यक्ष बनाये गये कुलस्ते अमित शाह की टीम में जगह नहीं मिलने से काफी नाराज हैं. उन्होंने अपनी नाराजगी को खुलकर सामने लाया है. कुलस्ते ने कहा कि नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री से प्रधानमंत्री बन गये हैं और वह जहां हैं वहीं रह गये हैं.
उन्होंने शाह की टीम नहीं चुने जाने पर कहा कि मुझे तीन बार से एक ही पद और जिम्मेदारी दी जा रही है क्या दूसरी और कोई जिम्मेदारी के काबिल मैं नहीं हूं. उन्होंने कहा कि मोदी चाहें तो वह सरकार के अंदर भी कई अहम जिम्मेदारी को पूरा करने का जोश रखते हैं.
बगावती तेवर के लिए जाने जाते हैं कुलस्ते
गौरतलब हो कि भाजपा सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते को बगावती तेवर के लिए जाना जाता है. इससे पहले भी वह पार्टी के खिलाफ बोल चुके हैं. 2010 में वह प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के लिए प्रभात झा के खिलाफ लड़ने के लिए जिद पर अड़ गये थे. नोट फोर वोट मामले में उन्हें कुछ दिन जेल का हवा भी खाना पड़ा था.