नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योजना आयोग को बदलने के लिए जनता से राय मांगा है. मोदी ने ट्वीट कर लोगों से पूछा है कि क्या योजना आयोग को बदल देना चाहिए. इस बारे में अपकी क्या राय है.
प्रधानमंत्री ने लगायी योजनाओं की झड़ी,जानें क्या है खास
मोदी ने अपने ट्विटर अकाउंट में लोगों से योजना आयोग को बदलने के लिए आइडिया मांगा है. उन्होंने लिखा है,मैं आप सभीसेयोजना आयोग को बदले जाने के लिए सुझाव आमंत्रित करता हूं. मोदी ने कहा कि देश 21 वीं सदी में सारी आकांक्षाओं को पूरा करने की ओर बढ़ रहा है. मोदी ने लोगों की राय जानने के लिएwww.mygov.nic.inमें एक पेज बनाया है और उसी में लोगों से सुझाव मांगा है.
Inviting you to share your ideas on what shape the new Institution to replace the Planning Commission can take.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 19, 2014
We envision the proposed Institution as one that caters to the aspirations of 21st century India & strengthens participation of the States.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 19, 2014
A special Open Forum has been created on MyGov for suggestions on the new Institution. Let the ideas flow!http://t.co/zojklP70KT
— Narendra Modi (@narendramodi)August 19, 2014
* क्या कहा था स्वतंत्रता दिवस के दिन
गौरतलब हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के दिन अपने भाषण में योजना आयोग को खत्म कर नयी संस्था बनाये जाने पर जोर दिया था. उन्होंने कहा कि मीडिया में योजना आयोग के भविष्य को लेकर सवाल उठाये जा रहे हैं. अब समय आ गया है कि इसके स्थान पर एक नयी संस्था को लाया जाए. हालांकि योजना आयोग ने कई अच्छे काम किये हैं लेकिन अब इसे बदलने की जरूरत है.
मोदी ने 64 साल पुरानी संस्था योजना आयोग को समाप्त कर इसकी जगह एक ऐसी नयी संस्था शुरु करने का फैसला किया है जो बदले परिवेश में देश की नयी आर्थिक आवश्यकताओं और संघीय ढांचे को मजबूत करने के लक्ष्य को बेहतर तरीके से पूरा कर सके.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने पहले स्वतंत्रता दिवस उद्बोधन में आज कहा, हम योजना आयोग के स्थान पर जल्दी ही एक नयी संस्था स्थापित करेंगे. उन्होंने कहा कि योजना आयोग का गठन तात्कालिक अवश्यकताओं को देखकर किया गया था और उसने देश के विकास में अपना योगदान किया लेकिन अब आंतरिक स्थिति बदल गयी है, वैश्विक वातावरण में भी बदलाव आया है. उन्होंने कहा कि यदि भारत को आगे बढना है तो राज्यों का विकास जरुरी है. आज संघीय ढांचे को मजबूत करने की जरुरत पहले से भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो गयी है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब पीएम और सीएम को एक टीम के रुप में काम करने का समय है. इसी संदर्भ में उन्होंने योजना आयोग में बदलाव की आवश्यता जतायी तथा इसकी जगह और अधिक रचनात्मक संस्था के गठन की जरुरत बतायी.