असम:हिंसाग्रस्त इलाके में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू,गोलीबारी में तीन की मौत
गोलाघाट: असम-नगालैंड सीमा पर हिंसा जारी है. असम के गोलाघाट शहर में पुलिस की गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गयी और छह अन्य घायल हो गए. भीड ने उपायुक्त कार्यालय और एक थाने में आग लगाने का प्रयास किया और एक अस्पताल को निशाना बनाया. इसके बाद उन इलाकों में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा […]
गोलाघाट: असम-नगालैंड सीमा पर हिंसा जारी है. असम के गोलाघाट शहर में पुलिस की गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गयी और छह अन्य घायल हो गए. भीड ने उपायुक्त कार्यालय और एक थाने में आग लगाने का प्रयास किया और एक अस्पताल को निशाना बनाया. इसके बाद उन इलाकों में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया और सेना बुला ली गयी. इधर ताजा मामले को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजु आज असम दौरे पर जाने वाले हैं. केंद्रीय मंत्री मुख्यमंत्री तरुण गोगोई से मिलकर हिंसा के बारे में बातचीत करेंगे.
पुलिस ने यहां इरेंगपारा चरियाली में करीब एक हजार लोगों की उस भीड को नियंत्रित करने के लिए पहले आंसू गैस के गोले छोडे जो आग लगाने के इरादे से उपायुक्त कार्यालय और थाने की ओर बढ रही थी. दोनों इमारतों से 300 मीटर से भी कम दूर रह जाने के बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव शुरु कर दिया. इस पर पुलिस ने गोलियां चलायीं.
गोलाघाट के एडीसी कृष्ण बरुआ ने कहा कि गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गयी और 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए. गोलाघाट के पुलिस अधीक्षक सिलादित्य चेतिया के अनुसार पुलिस ने निर्धारित नियमों के अनुसार प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की लेकिन भीड के अडे रहने पर स्थिति को नियंत्रित करने के लिए उन्हें अपने कर्तव्य का निर्वहन करना पडा. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि पुलिस को कार्रवाई करनी पडी क्योंकि भीड सरकारी इमारतों और कुशल कंवर सिविल अस्पताल को निशाना बना रही थी. उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों के पथराव में आम नागरिक भी घायल हुए और पुलिस को गोलियां चलानी पडी.
मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं. जिला प्रशासन ने शहर और पडोसी रंगाजन में कर्फ्यू लगा दिया है. यह घटना उस समय हुयी जब स्थानीय टीवी न्यूज चैनल क्षेत्र की स्थिति का लाइव प्रसारण कर रहे थे. सूत्रों ने बताया कि पथराव में कुछ पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आयी हैं. उन्होंने बताया कि घायलों को अस्पताल में दाखिल किया गया है.
चेतिया ने कहा कि स्थिति पर काबू के लिए सेना से मदद मांगी गयी है. उन्होंने कहा कि यहां पहुंचने के बाद सेना के जवान गोलाघाट में फ्लैग मार्च करेंगे. मौजूदा विरोध प्रदर्शन जिले के उरियमघाट में 12 अगस्त को पडोसी नगालैंड के कथित अपराधियों द्वारा नौ लोगों की हत्या के विरोध में हो रहे हैं. मुख्यमंत्री गोगोई ने एक बयान में कहा कि उनकी सरकार उच्च न्यायालय के एक अवकाशप्राप्त न्यायाधीश से पुलिस गोलीबारी की घटना की जांच कराएगी. उन्होंने कहा कि गोलीबारी की धटना के पीछे की सच्चाई का पता लगाने के लिए हम कोई कसर नहीं छोडेंगे.
गोगोई ने गोलाघाट जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति की वरिष्ठ अधिकारियों के साथ गुवाहाटी में समीक्षा की. उन्होंने कहा कि असम…नगालैंड सीमा विवादित विषय है और केंद्र तटस्थ बल सीआरपीएफ के जरिए इस क्षेत्र पर नियंत्रण रखता है जो वहां लोगों और संपत्ति की सुरक्षा मुहैया कराने में नाकाम रहा है. उन्होंने कल प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की निंदा की और कहा कि सरकार इस मामले में अतिरिक्त मुख्य सचिव सुभाष चंद्र दास को जांच का आदेश देगी.
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजु ने यद्यपि गोगोई के इस आरोप को आधारहीन करार देते हुए खारिज कर दिया कि सीआरपीएफ असम..नगालैंड सीमा विवाद में हस्तक्षेप नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय बल राज्य का हर आदेश मानने को मौजूद हैं. इस बीच जिले में प्रदर्शन भडक गए और प्रदर्शनकारियों ने रंगाजन में पुलिस कार्रवाई के विरोध में जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 37 बाधित कर दिया जब 22 नागरिक घायल हो गए थे.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने असम..नगालैंड सीमा पर जारी हिंसा के बारे में प्रधानमंत्री कार्यालय को एक रिपोर्ट सौंपी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस संबंध में जानकारी मांगी थी.गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने गोगोई और नगालैंड के मुख्यमंत्री टी आर जेलियांग को टेलीफोन किया और उनसे दोनों राज्यों की सीमा पर जारी तनाव जल्द समाप्त करने को कहा. गोगोई ने प्रभावित क्षेत्रों में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए अद्धसैनिक बलों की अतिरिक्त कंपनियों की मांग की. सिंह ने उन्हें भरोसा दिलाया कि केंद्र अशांत क्षेत्रों में शांति बहाली के लिए सभी संभव मदद करेगा.