नयी दिल्ली : एम्स के मुख्य सतर्कता अधिकारी के पद से संजीव चतुर्वेदी को हटाये जाने पर अब हंगामा शुरू हो गया है. संजीव का मामला राजनीति रंग ले चुका है. संजीव को हटाये जाने पर नरेंद्र मोदी सरकरा सवालों के घेरे में है.
बताते चलें कि संजीव को एक साफ क्षवि का अधिकारी माना जाता है. उन्होंने भ्रष्टाचार के कई मामलों को उजागर किया है. इसके बाद भी उन्हें पद से हटाया जाना काफी निराशाजनक है. दरअसल संजीव पहले से ही नेताओं के निशाने पर रहे हैं. संजीव पहले हरियाणा में तैनात थे. उनकी ईमानदारी की वजह से उन्हें वहां से हटाकर एम्स में तैनात कर दिया गया.
इधर कांग्रेस ने मोदी सरकार की इस कार्रवाई को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. कांग्रेस के प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा कि ईमानदार अफसर को हटाया जाना बहुत निराशाजनक है. इससे नरेंद्र मोदी सरकार की मनसा साफ झलक रही है कि वह भ्रष्टाचार मिटाने के लिए क्या करने वाली है.
एक नजर संजीव द्वारा किये जा रहे जांच पर
संजीव चतुर्वेदी बतौर मुख्य सतर्कता अधिकारी भ्रष्टाचार के कई मामलों को उजागर करने के लिए जांच करा रहे थे.
1. दवाओं की फर्जी बिक्री की जांच
2. गार्ड भर्ती की जांच
3. उपकरणों की खरीद-बिक्री की जांच
4. यौन शोषण मामले की जांच
5. पूर्व अधिकारी विनीत चौधरी के खिलाफ जां
6. टेंडर मामले की जांच