नहीं रहे ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित साहित्यकार यू आर अनंतमूर्ति
बेंगलूर: ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित एवं कन्नड साहित्य के प्रख्यात साहित्यकार यू आर अनंतमूर्ति का आज यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. अनंतमूर्ति का इलाज कर रहे डॉक्टर ने बताया कि देश के सर्वश्रेष्ठ लेखकों में शुमार साहित्यकार ने आज शाम अपनी आखिरी सांसें ली. बुखार और संक्रमण के कारण उन्हें 10 दिन […]
बेंगलूर: ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित एवं कन्नड साहित्य के प्रख्यात साहित्यकार यू आर अनंतमूर्ति का आज यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. अनंतमूर्ति का इलाज कर रहे डॉक्टर ने बताया कि देश के सर्वश्रेष्ठ लेखकों में शुमार साहित्यकार ने आज शाम अपनी आखिरी सांसें ली. बुखार और संक्रमण के कारण उन्हें 10 दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
82 साल के अनंतमूर्ति के परिवार में उनकी पत्नी एस्थर, एक बेटा और एक बेटी है. मणिपाल अस्पताल के मेडिकल निदेशक एवं मेडिकल सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष एच सुदर्शन बल्लाल ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘उन्हें दिल का दौरा पडा था. हमने उनका इलाज करने की कोशिश की पर सफल नहीं रहे.’’ लिहाजा, बहुत अफसोस के साथ बताना पड रहा है कि वह अब हमारे बीच नहीं हैं.’’
पिछले कुछ साल से किडनी संबंधी बीमारियों से जूझ रहे अनंतमूर्ति मधुमेह एवं हृदय रोग का इलाज भी करा रहे थे. बल्लाल ने कहा, ‘‘कल रात से उनकी तबीयत बहुत बिगड गई. ब्लड प्रेशर बहुत कम हो गया. उन्हें सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी. लिहाजा, हमने उन्हें वेंटिलेटर पर रखा था.’’ अस्पताल सूत्रों ने बताया कि अनंतमूर्ति के आखिरी पलों में उनकी पत्नी और बच्चे उनके पास थे. अपने साहित्यिक जीवन के कई सालों में उन्हें 1998 में पद्म भूषण से नवाजा गया. साल 1994 में उन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार एवं 1984 में कर्नाटक के राज्योत्सव पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.