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पाकिस्‍तान ने फिर किया दुस्‍साहस,सीमा पर दागे गोले और मोर्टार,दो नागरिकों की मौत

श्रीनगर:भारत-पाक सचिव स्तर की बैठक स्थगित होने से बौखलायी पाकिस्तान की सेना ने सीमा पर फायरिंग तेज कर दी है. अरनिया और आरएस पूरा के 22 चौकियों पर पूरी रात पाक की ओर से फायरिंग की गई. इस फायरिंग में बाप-बेटे की मौत हो गई वहीं पांच लोग गंभीर रुप से घायल हो गये हैं. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 23, 2014 7:27 AM

श्रीनगर:भारत-पाक सचिव स्तर की बैठक स्थगित होने से बौखलायी पाकिस्तान की सेना ने सीमा पर फायरिंग तेज कर दी है. अरनिया और आरएस पूरा के 22 चौकियों पर पूरी रात पाक की ओर से फायरिंग की गई. इस फायरिंग में बाप-बेटे की मौत हो गई वहीं पांच लोग गंभीर रुप से घायल हो गये हैं. बताया जा रहा है कि फायरिंग में जिनकी मौत हो गई है उसमें एक आठ साल का बच्चा है.

वहीं दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर के पालनवाला सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास 50 मीटर की सुरंग का पता चला है. सुरंग पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के पास पाया गया है. सुरक्षा बलों ने आशंका जाहिर की है कि पाकिस्तान इस सुरंग का इस्तेमाल हथियारों की तस्करी के लिए करता था.

प्राप्त जानकारी के अनुसार भारतीय सीमांत गांवों को गोलों से पाट दिया है. भारी नुकसान हुआ है. एक मसजिद और कई मकान ढह गये. लगभग एक दर्जन लोग घायल हुए हैं. बीएसएफ ने उन गांवों में ब्लैकआउट के निर्देश दिये हैं, जहां कई दिनों से पाक सेना गोलाबारी कर रही है.

ग्रामीणों से कहा गया है कि वे बंकरों में रात गुजारें. ज्ञात हो कि जम्मू सीमा अंतरराष्ट्रीय सीमा है, पर पाकिस्तान इसे वर्किग बाउंड्री कहता है. उसका कहना है कि 1947 में बंटवारे के समय तक यह पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर के महाराजा के बीच सीमा थी. भारत के साथ जम्मू-कश्मीर विवाद के कारण आज तक उसने इसे इंटरनेशनल बार्डर का दर्जा नहीं दिया है.

नतीजा सामने है. जम्मू सीमा से पलायन भी आरंभ हो गया है. लोग रातें बंकरों में गुजारने को मजबूर हो रहे हैं. 21वीं सदी में वे ब्लैकआउट की स्थिति में रह रहे हैं. वह भी ऐसे समय में जबकि सीमा पर युद्ध की घोषणा नहीं हुई है और सीजफायर भी जारी है.

* सबसे बड़ी कार्रवाई: 2003 में हुए संघर्षविराम समझौते के बाद से जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाक रेंजरों की ओर से उल्लंघन किये जाने की यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है. पाक रेंजरों ने कम से कम 13 सीमाई गांवों सिया, जोर्धा फार्म, ट्रेवा, निकोवाल, पित्ताल, पिंडी, टॉप-2, गढ़ी, घराना, अब्दुल्लियां कोरोटना, कोरोटना खुर्द और विधिपुर जत्तन को निशाना बनाया गया. इससे सीमा पर रह रहे लोगों में दहशत फैल गयी. प्रशासन और पुलिस अधिकारी आरएसपुरा में कैंप किये हुए हैं.

भारतीय सुरक्षा बल देश के हितों की रक्षा के लिए प्रभावी प्रतिक्रिया कर रहे हैं. यह एक तथ्य है कि पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम उल्लंघन की घटनाएं बढ़ गयी हैं.

।। अरुण जेटली, रक्षा मंत्री ।।

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