जम्मू:भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के जम्मू पहुंचने से पहले ही नेशनल कांफ्रेंस और भाजपा कार्यकर्ताओं में झड़प का मामला सामने आया है. अमित शाह जम्मू जिले के आर एस पुरा में विस्थापितों के शिविर में उनकी समस्याओं को सुनने के लिए जाने वाले थे.
*क्यों हुआ विवाद
नेशनल कांफ्रेंस के नेता तरणजीत सिंह टोनी अपने कार्यकर्ताओं के साथ आर एस पुरा के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के विस्थापितों के शिविर आये थे,जहां अमित शाह की प्रवासियों से मिलकर उनको सुनने की योजना थी.टोनी चाह रहे थे कि अमित शाह के आने से पहले वो भी अपनी बात रख सकें. और वे
सीमा स्थित शिविर के विस्थापितों की मांग को उठा रहे थे. भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें बोलने से यह कहकर मना कर दिया कि यह कार्यक्रर्म विशेष रूप से अमित शाह के लिये है.टोनी ने इस पर कहा कि यह कार्यक्रम अमित शाह का कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं था.यह उन विस्थापितों की समस्याओं पर आयोजित कार्यक्रम था जो कि पाकिस्तान से गोलीबारी का सामना कर रहे हैं.
उनके बयान के बाद विस्थापितों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके और नेशनल कांफ्रेस केखिलाफ नारे लगाने शुरू कर दिए. इसके बाद पुलिस ने टोनी को कार्यक्रम स्थल से हटा दिया.
*अमित शाह का विस्थापितों से मिलने का उद्देश्य
केंद्र में मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद कश्मीर मुद्दों पर सरकरा विशेष ध्यान दे रही है. अमित शाह की जम्मू में विस्थापितों से मिलने की योजना भी इसी कड़ी का एक हिस्सा है हालांकि उनके पहुंचने से पहले ही विवाद शुरू हो गया है लेकिन दखना ये है कि उनका आगे का कार्यक्रम शांतिपूर्ण रहता है या नहीं.