–पहली बार बीजेपी संसदीय बोर्ड में नहीं होंगे अटल-आडवाणी-
नयी दिल्लीः एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में आज भारतीय जनता पार्टी ने बीजेपी संसदीय बोर्ड का फिर से गठन किया है. इस बोर्ड में पहली बार पार्टी के तारणहार रहे अटल बिहारी बाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी को पार्टी की संसदीय बोर्ड में जगह नहीं दी गयी है. इसके अलावा वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी को भी बोर्ड में जगह नहीं दी गयी है.
इसके साथ ही भाजपा में पूर्ण रुप से अटल आडवाणी युग का पटाक्षेप हो गया. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को नये भाजपा संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया है. इसमें पहली बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को संसदीय बोर्ड में जगह दी गयी है. शिवराज सिंह चौहान नरेंद्र मोदी के बाद दूसरे मुख्यमंत्री हैं जिनको संसदीय बोर्ड में जगह दी गयी है.
नया मार्गदर्शक मंडल का गठन
भाजपा ने एक नये 5 सदस्यीय मार्गदर्शक मंडल का भी गठन किया है जिसमें वाजपेयी, आडवाणी व मुरली मनोहर जोशी होंगे. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी होंगे. मार्गदर्शक मंडल की पार्टी के अंदर क्या भूमिका होगी इसके बारे में अभी स्पष्टता नहीं है, विदित हो कि "बीजेपी संसदीय बोर्ड" पार्टी के अंदर की सर्वोच्च इकाई है.
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित भाई शाह ने पार्टी की नयी बीजेपी संसदीय बोर्ड का गठन किया है. जिसके सदस्य निम्न प्रकार रहेंगे:-
1. श्री अमित भाई शाह (अध्यक्ष)
2. श्री नरेन्द्र भाई मोदी
3. श्री राजनाथ सिंह
4. श्री अरूण जेटली
5. श्रीमती सुषमा स्वराज
6. श्री एम. वैंकेया नायडू
7. श्री नितिन गडकरी
8. श्री अनंत कुमार
9. श्री थावरचंद गेहलोत
10. श्री शिवराज सिंह चौहान
11. श्री जगत प्रकाश नड्डा
12. श्री रामलाल