नयी दिल्ली : भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने पांच दिवसीय दौरे पर जापान के लिए रवाना हो गये हैं. उनके साथ एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी साथ जा रहा है. वह यहां से पहले क्योटा पहुंचेंगे जहां से वे टोक्यो जायेंगे. मोदी इससे पहले भी जापान के दौरे पर गये हैं लेकिन बतौर पीएम यह उनका पहला दौरा है.
मोदी का स्वागत खुद जापान के प्रधानमंत्री करेंगे. उनके दौरे के पहले जापान के पीएम ने ट्वीट करके कहा कि भारत के प्रधानमंत्री के दौरे से दोनों देशों के संबंध मजबूत होंगे. मोदी की यह यात्रा कई मायनो से महत्वपूर्ण है. विगत कुछ वर्षो में भारत-जापान द्विपक्षीय संबंधों में ठहराव के बावजूद दोनों देशों के नेताओं ने परस्पर यात्राएं की हैं.
गत वर्ष मई में तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह जापान गये थे और इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह में जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबे बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे. 2012 में दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित होने की 60वीं वर्षगांठ को सकारात्मक सद्भाव व सहयोग की भावना से मनाया गया था. मोदी की यह यात्राजुलाई के पहले सप्ताह में ही प्रस्तावित थी, लेकिन संसद-सत्र के कारण उसे स्थगित करना पड़ा था.
इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत में बुनियादी ढांचे के विस्तार की परियोजनाओं के लिए जापानी सहयोग बढ़ाने और परमाणु समझौते के साथ-साथ वैश्विक राजनीतिक व आर्थिक परिदृश्य में अपनी उपस्थिति को सुदृढ़ करना है.