अब नहीं खुलेगा गांधी परिवार के नाम पर शैक्षणिक संस्थान

नयी दिल्ली:देश के शिक्षा जगत में अब उन नये नामों को जगह देने की बात की जा रही है, जो अब तक गुमनाम थे या जिनकी चर्चा बाकियों के मुताबिक कम रही है. अंग्रेजी अखबार इकोनॉमिक टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक यूजीसी ऐसी ही कुछ गुमनाम शख्सीयतों के नाम पर अपने रिसर्च सेंटरों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 30, 2014 8:14 AM

नयी दिल्ली:देश के शिक्षा जगत में अब उन नये नामों को जगह देने की बात की जा रही है, जो अब तक गुमनाम थे या जिनकी चर्चा बाकियों के मुताबिक कम रही है. अंग्रेजी अखबार इकोनॉमिक टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक यूजीसी ऐसी ही कुछ गुमनाम शख्सीयतों के नाम पर अपने रिसर्च सेंटरों के नाम रखने की तैयारी कर रही है.

याद रहे कि आजादी के बाद अब तक देश के कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों या संस्थानों के नाम में नेहरू-गांधी परिवार के नाम ही देखे गये हैं. अखबार के मुताबिक यूजीसी जल्द ही एक समिति का गठन करेगी जो ये नाम प्रस्तावित करेगी और फिर नाम पर फैसला होने के बाद उनके नाम से सेंटर ऑफ एक्सिलेंस का नामकरण किया जायेगा.

गौरतलब है कि एक आरटीआइ के तहत सामने आयी जानकारी के मुताबिक अब तक देश में करीब 99 शैक्षणिक संस्थान ऐसे हैं जिनका नाम नेहरू-गांधी परिवार के नाम पर रखा गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने चुनाव प्रचार के दौरान इस बात को तरजीह दी थी और कांग्रेस की सरकार पर देश की कई अन्य बड़ी शख्सीयतों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया था.

इन नामों की बनी लिस्ट
अखबार के मुताबिक यूजीसी ने जिन 50 नये लोगों के नाम की लिस्ट बनायी है, उनमें जनसंघ नेता दीनदयाल उपाध्याय, राजा राम मोहन राय, स्वामी विवेकानंद, अहिल्या बाई, मदन मोहन मालवीय, एस राधाकृष्णन और जाकिर हुसैन जैसे नाम शामिल हैं. ऐसा माना जा रहा है कि देश की नयी सरकार अब किसी संस्थान का नाम नेहरू-गांधी परिवार के नाम पर रखने के पक्ष में नहीं है.

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