रायबरेली में सोनिया ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
रायबरेली: सोनिया गांधी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस के हमले का नेतृत्व किया और महंगाई के मुद्दे को उठाया, वहीं उनकी पार्टी ने राजग के सत्ता में 100 दिन पूरा करने के बीच ‘साम्प्रदायिक तनाव बढने’ को लेकर मोदी और भाजपा की आलोचना की. मोदी सरकार के 100 दिन पूरा होने […]
रायबरेली: सोनिया गांधी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस के हमले का नेतृत्व किया और महंगाई के मुद्दे को उठाया, वहीं उनकी पार्टी ने राजग के सत्ता में 100 दिन पूरा करने के बीच ‘साम्प्रदायिक तनाव बढने’ को लेकर मोदी और भाजपा की आलोचना की.
मोदी सरकार के 100 दिन पूरा होने के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस अध्यक्ष ने रायबरेली में संवाददाताओं से कहा, ”लोग इस बात का जवाब देंगे कि कीमतें (आवश्यक वस्तुओं की) कम हुई हैं या नहीं.” वह अपने लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र की दो दिवसीय यात्रा पर हैं. सरकार पर अपने प्रथम 100 दिनों के शासन में साम्द्रायिक तनाव बढाने का आरोप लगाते हुए दिल्ली में कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने प्रधानमंत्री की ‘चुप्पी’ पर सवाल उठाया और इस पर इसे हवा दे रहे संगठनों को बढावा देने का आरोप लगाया.
पार्टी प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने पिछले 100 दिनों में प्रधानमंत्री और सरकार जो उपदेश दे रहे हैं और कर रहे हैं उसमें लगातार विरोधाभास रहा है. उन्होंने कहा कि मोदी की वाकपटुता, लाल किले से साम्प्रदायिक सौहार्द्र और शांति के शब्दों का उनके द्वारा इस्तेमाल किया जाना तथा इसके बाद उन्होंने अशोक सिंहल (विहिप प्रमुख), मोहन भागवत (आरएसएस प्रमुख) और योगी आदित्यनाथ (भाजपा के उत्तर प्रदेश प्रभारी) तथा गिरिराज सिंह (बिहार से भाजपा सांसद) के कुछ और करने पर पूरी चुप्पी साधे रखी.
सिंघवी ने शिक्षक दिवस पर छात्रों के साथ प्रधानमंत्री की मुलाकात की योजना पर सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि क्या हमें आभासी प्रचार की इजाजत देनी चाहिए? उन्होंने कहा कि यह अपने प्रचार के लिए देश की मशीनरी के दुरुपयोग का मुद्दा है. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि कोई प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति एक हुक्मनामा जारी कर कहेगा कि पहली कक्षा से छात्रों को अवश्य खडा होना, बैठना होगा और उन्हें सुनना पडेगा.
उन्होंने कहा, ”भगवान का शुक्र है कि उन्होंने केजी के बच्चों को बख्श दिया.” मोदी यहां मानेकशॉ ऑडिटोरियम में 5 सितंबर को करीब 1000 चयनित छात्रों से बात करेंगे, जिसका सीधा प्रसारण 18 लाख सरकारी एवं निजी स्कूलों को दूरदर्शन तथा शैक्षणिक चैनलों के जरिए प्रसारित किया जाएगा.