ओडिशा में आधे बुजुर्ग करते हैं काम,10 फीसदी बुजुर्ग शोषण के शिकार
भुवनेश्वर:संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या फंड ने ओडिशा में वृद्धों की स्थिति नामक रिपोर्ट तैयार की है. इसमें कहा गया है कि ओडिशा के आधे बुजुर्ग आर्थिक कारणों के चलते वृद्धावस्था अवस्था में भी काम करते है. अपनी मर्जी से इसका चयन करने वालों की संख्या महज 20 फीसदी है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि […]
भुवनेश्वर:संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या फंड ने ओडिशा में वृद्धों की स्थिति नामक रिपोर्ट तैयार की है. इसमें कहा गया है कि ओडिशा के आधे बुजुर्ग आर्थिक कारणों के चलते वृद्धावस्था अवस्था में भी काम करते है. अपनी मर्जी से इसका चयन करने वालों की संख्या महज 20 फीसदी है.
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 10 प्रतिशत वृद्धों को शोषण का शिकार होना पडा. इनमें महिलाओं की संख्या पुरुषों से ज्यादा है.
ओडिशा की महिला एवं बाल विकास मंत्री उषा देवी द्वारा कल जारी की गई इस रिपोर्ट में कहा गया, दुखद बात यह है कि यह र्दुव्यवहार परिवार के सदस्यों द्वारा किया गया, खासतौर पर बेटों द्वारा. इस रिपोर्ट में सात राज्यों के वृद्धों को शामिल किया गया. ओडिशा के अलावा इस रिपोर्ट में केरल, तमिलनाडु, पंजाब, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश और पश्चिम बंगाल शामिल हैं.
इस अध्ययन का प्रोत्साहित करने वाला आकलन यह है कि राष्ट्रीय पेंशन योजना का प्रसार इन राज्यों में उच्चतम है. गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली लगभग 60 प्रतिशत महिलाएं विधवा पेंशन ले रही हैं जबकि इसी वर्ग के 44 प्रतिशत वृद्ध पुरुष वृद्धावस्था पेंशन का लाभ उठा रहे हैं.