अल कायदा की बुरी नजर भारत पर,आइबी ने की वीडियो की पुष्टि,देश में अलर्ट जारी
नयी दिल्ली : आतंकी संगठन अल कायदा की गंदी नजर अब भारत पर है. संगठन के नेता आयमन अल जवाहिरी ने अल कायदा के भारतीय उपमहाद्वीप में नयी शाखा खोलने का एलान कर दिया है. इसको लेकर एक वीडियो भी जारी किया गया है. वीडियो सामने आने के बाद से पूरे देश में हाई अलर्ट […]
नयी दिल्ली : आतंकी संगठन अल कायदा की गंदी नजर अब भारत पर है. संगठन के नेता आयमन अल जवाहिरी ने अल कायदा के भारतीय उपमहाद्वीप में नयी शाखा खोलने का एलान कर दिया है. इसको लेकर एक वीडियो भी जारी किया गया है. वीडियो सामने आने के बाद से पूरे देश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है.
इधर इस मामले पर भारत सरकार सक्रिय हो गयी है. अल कायदा प्रमुख के इस एलान के बाद खुफिया एजेंसियां चौकस हो गयी हैं. देश भर में अलर्ट जारी कर दिया गया है. इस वीडियो के सामने आने के तुरंत बाद केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, आइबी और रॉ प्रमुखों के साथ बैठक की.
सुरक्षा पर जानकारी ली और सतर्क रहने का निर्देश दिया. गृहमंत्री ने बैठक में हुई चर्चाओं व उठाये गये कदमों की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी दी. इस बीच, गृह मंत्रालय ने इंटेलिजेंस ब्यूरो (आइबी) से कहा कि वह अल कायदा के उस वीडियो की प्रमाणिकता की जांच करे, जिसमें आतंकी अभियान भारत लाने की धमकी दी गयी है. आइबी से एक या दो दिन में रिपोर्ट मिलने की अपेक्षा है.
* आइबी ने की वीडियो की पुष्टि : शुरुआती जांच में यू ट्यूब, सोशल मीडिया पर मौजूद जवाहिरी के वीडियो को जांच के बाद खुफिया एजेंसियों ने सही ठहराया है. आइबी के एक अधिकारी ने कहा, अल जवाहिरी का यह वीडियो जांच में सही पाया गया.
गौरतलब हो कि अल कायदा के भारतीय उपमहाद्वीप में नयी शाखा खोलने का एलान कर दिया है. आसिम उमर को इसका मुखिया बनाया गया है. पाकिस्तानी उग्रवादी असिम उमर शीर्ष तालिबान नेता मुल्ला उमर को रिपोर्ट करेगा. यह जानकारी यू ट्यूब सहित सोशल मीडिया साइट पर डाले गये लंबे वीडियो से मिली है. जवाहिरी का एलान देश की नयी सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है. खबर मिलते ही केंद्र सरकार ने आपात बैठक की और पूरे देश में अलर्ट जारी कर दिया. अल कायदा की स्थापना ओसामा बिन लादेन ने की थी, जिसको मई 2011 में पाकिस्तान में अमेरिकी कमांडो ने मार गिराया था. उसने एकल खिलाफत को बहाल करने के लिए जिहादी लड़ाकों का लंबे वक्त तक नेतृत्व किया.
* जमीनी हकीकत : अल कायदा अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर अपनी मौजूदगी का दावा तो कर सकता है. पर भारतीय बॉर्डर के आसपास वह अपना विस्तार करने में सफल नहीं हो सका है. स्थानीय आतंकी संगठनों से तुलना करने पर अल कायदा को लड़ाकों की संख्या और क्षेत्रीय भाषा की ही समझ जैसी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
* अल कायदा का मकसद : अल कायदा अपनी पुरानी ताकत को फिर से हासिल कर आइएस के बढ़ते प्रभुत्व को चुनौती भी देना चाहता है. इसके लिए जवाहिरी ने भारतीय उपमहाद्वीप में अस्थिरता फैलाने का मन बनाया है.
क्या बोला अल जवाहिरी
अल कायदा की नयी शाखा की स्थापना की गयी है. यह भारतीय उपमहाद्वीप में अल कायदात अल जिहाद है. यह पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में जिहाद का परचम बुलंद करेगा, इसलामी शासन वापस लायेगा. अल्लाह की शरीयत को मजबूत बनायेगा. भारतीय उपमहाद्वीप, म्यांमार, बांग्लादेश और भारत में असम, गुजरात, अहमदाबाद, कश्मीर में कमजोरों की हिफाजत करेगा. यह दो साल से अधिक वक्त के प्रयासों का फल है, जिसमें भारतीय उपमहाद्वीप के मुजाहीदिन को इकट्ठा करके प्रमुख समूह कायदात अल जिहाद के एक निकाय में लाया गया. ये प्रयास इसलामी अमीरात के सैनिकों और उसके विजयी अमीर (नेतृत्वकर्ता) ने शुरू किये थे और उन्हें सफलता मिली.
(जवाहिरी का ये वीडियो एसआइटीइ इंटेलिजेंस ग्रुप द्वारा अनुवादित किया गया है. यह वीडियो 55 मिनट का है.)
बिहार-यूपी पर ज्यादा खतरा!
– आइबी के मुताबिक अल कायदा से पूरे देश को खतरा है और सब जगह अलर्ट रहने को कह दिया गया है, लेकिन गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और बिहार राज्यों में अल कायदा की पैठ का बड़ा खतरा है. इन राज्यों में पहले से सिमी जैसे आतंकी संगठन की पैठ रही है. अल कायदा इनके सदस्यों को अपने से जोड़ने की कोशिश कर सकता है. आइबी ने इन राज्यों को खास चौकस रहने को कहा है.