नयी दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह के बयान पर इंडिया टीवी ने आज एक स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने चैनल से स्पष्टत: कहा था कि उनकी पार्टी कभी भी सांप्रदायिक तनाव को आधार बनाकर चुनाव जीतने की कोशिश नहीं करती है. इसने कहा कि अमित शाह ने रजत शर्मा के ‘आपकी अदालत’ कार्यक्रम में कहा था कि भाजपा नीतियों और कार्यक्रमों के आधार पर वोट हासिल करती है.
यह स्पष्टीकरण तब आया है जब चैनल की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के आधार पर कुछ मीडिया खबरों में यह कहा गया था कि अमित शाह ने कहा है कि यदि उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक तनाव जारी रहता है तो राज्य में अगली सरकार भाजपा की होगी.
शाह ने यह भी कहा था कि महाराष्ट्र और हरियाणा में भी विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन इन राज्यों में कोई सांप्रदायिक तनाव नहीं है. दूसरी ओर, उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक तनाव है क्योंकि समाजवादी पार्टी एकतरफा रुख अपना रही है. पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश में यदि भाजपा सत्ता में आती है तो यह सिर्फ सपा की गलत नीतियों के कारण होगा.
शाहने उत्तर प्रदेश में हो रही हिंसा के बारे में कहा कि अगर इसी तरह से दंगा होता रहा तो भाजपा की सरकार बनना तय है. उन्होंने कांग्रेस और अखिलेश सरकार पर जोरदार हमला किया. शाह ने सोनिया गांधी के उस बयान की निंदा की है जिसमें उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाये थे कि एनडीए सरकार के शासनकाल में सबसे अधिक दंगे हुए.
शाह ने यूपी पुलिस को भी आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि यूपी में प्रशासन की पोल खुल गयी है. आपराधी पुलिस की पहुंच से काफी दूर हैं. सरकार और प्रशासन के चलते यूपी में अपराध बढ़ रहे हैं. शाह ने कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा में भी तो चुनाव होने हैं लेकिन वहां तो कोई दंगा-फसाद नहीं हो रहे हैं. तो फिर यूपी में इस तरह के माहौल क्यों हैं. अमित शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार राज्य में सांप्रदायिक तनाव फैला कर भाजपा को मौका दे रही है.