केजरीवाल के स्टिंग से दिल्ली की राजनीति गर्म

नयी दिल्लीः आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की स्टिंग से दिल्ली की राजनीति काफी गर्म हो गयी है. भाजपा इस पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दे चुकी है. पहले शेर सिंह डागर को बचाने का फैसला लिया गया लेकिन बाद में पार्टी ने फैसला किया कि डागर का बचाव नहीं किया जायेगा. बीजेपी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 8, 2014 1:28 PM

नयी दिल्लीः आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की स्टिंग से दिल्ली की राजनीति काफी गर्म हो गयी है. भाजपा इस पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दे चुकी है. पहले शेर सिंह डागर को बचाने का फैसला लिया गया लेकिन बाद में पार्टी ने फैसला किया कि डागर का बचाव नहीं किया जायेगा. बीजेपी की टॉप लीडरशिप पार्टी की दिल्ली यूनिट से नाराज है. दिल्ली बीजेपी के नेता सरकार बनाने के लिए जिस तरह से आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक को तोड़ने की कोशिश करते हुए पकड़े गए हैं, उससे पार्टी की टॉप लीडरशिप में काफी गुस्सा है.

आम आदमी पार्टी की ओर से जारी स्टिंग ऑपरेशन के बाद दिल्‍ली में राजनीति तेज हो गयी है. पूर्व मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर स्टिंग कर आरोप लगाया है कि आप विधायकों को भाजपा की ओर से ऑफर दिये जा रहे हैं. केजरीवाल ने दिल्‍ली भाजपा के वरिष्‍ठ नेता शेर सिंह डागर पर आरोप लगाया है कि उन्‍होंने ही आप विधायकों को भाजपा के साथ आने के लिए 4 करोड़ का ऑफर दिया है.

इधर केजरीवाल के वीडियो जारी किये जाने के बाद से भाजपा की ओर से खबर आ रही है कि पार्टी शेर सिंह डागर का बचाव नहीं करेगी. भाजपा के राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ताओं ने साफ कर दिया है कि इस मामले में वह शेर सिंह का कोई बचाव करना नहीं चाहते हैं.

भाजपा सूत्रों के हवाले से खबर है कि पार्टी ने साफ कर दिया है कि शेर सिंह के मामले से पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है. बताते चलें कि भाजपा आज इसी मामले को लेकर दोपहर दो बजे प्रेस कॉन्‍फ्रेंस करेगी और अपना पक्ष रखा जाएगा.

गौरतलब हो कि दिल्‍ली में भाजपा को उपराज्‍यपाल सरकार बनाने के लिए आमंत्रित कर सकते हैं. उपराज्‍यपाल नजीब जंग ने सरकार गठन को लेकर राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी को पत्र लिखा था. इसके बाद से दिल्‍ली में सरकार बनाने को लेकर राजनीति तेज हो गयी. भाजपा की ओर से जहां सरकार बनाने का प्रयास किया जा रहा है वहीं आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने फिर से चुनाव की मांग पर अड़े हुए हैं.

Next Article

Exit mobile version