नयी दिल्ली : बाढ़ प्रभावित जम्मू-कश्मीर में लोगों को ढूंढने के लिए अब गूगल की मदद ली जाएगी. बचाव दलों की खोज एवं निगरानी क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार उत्तराखंड बाढ़ के दौरान इस्तेमाल में लाए गए गूगल के एक सफल एप्प से मदद ले सकती है.
पर्सन फाइंडर नाम का यह गूगल एप्प विशिष्ट रुप से बनाया गया एक खास एप्प है जिससे लोगों को किसी आपदा से प्रभावित हुए अपने परिजनों या दोस्तों के लिए पोस्ट करने और उनकी स्थिति का पता लगाने में मदद मिलती है.
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक ओ पी सिंह ने कहा कि वह गूगल के अधिकारियों से बात कर रहे हैं और प्रणाली के कल सुबह से काम शुरु करने की उम्मीद है. घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने कहा कि गूगल ने सरकार को बताया कि उसके ओपन सोर्स कंटेंट में जम्मू-कश्मीर विशेषकर कश्मीर घाटी की जगहों और निवासियों से जुडे बहुत सारे आंकडे और सूचनाएं हैं.
सूत्रों ने कहा कि राहत एवं बचाव दलों को अपने काम में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है जिनमें खराब संचार नेटवर्क और पानी का उंचा स्तर जैसी मुश्किलें शामिल हैं और इस उपग्रह आधारित एप्प से उन्हें ज्यादा से ज्यादा प्रभावितों तक पहुंचने के प्रयासों में मदद मिलेगी.
एक बार अपडेट और एक्टिवेट किए जाने के बाद खोज एवं बचाव दल पर्सन फाइंडर का इस्तेमाल किसी इलाके में रहने वाले लोगों के ठिकानों का पता करने और संकटग्रस्त जगहों से उन्हें बाहर निकालने के लिए लोग तैनात करने में कर सकते हैं.एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि पिछले साल उत्तराखंड में बाढ़ के दौरान इस एप्प से काफी मदद मिली थी और एक बार एक्टिवेट हो जाने पर वेब और एसएमएस आधारित एप्प से एनडीआरएफ और भारतीय वायुसेना जैसी एजेंसियों के बचाव दलों को बहुत मदद मिलेगी.