अमित शाह के भड़काऊ बयान पर आरोप पत्र दायर

नयी दिल्लीः भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के पुराने बयान पर मुजफ्फरनगर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गयी है. शाह ने लोकसभा चुनाव के वक्त 4 अप्रैल को मुजफ्फरनगर में बयान दिया था. अगर शाह पर आरोप साबित हो जाते है, तो उन्हें तीन साल की सजा हो सकती है. भाजपा प्रवक्ता ने इसे समाजवादी पार्टी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 10, 2014 4:20 PM

नयी दिल्लीः भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के पुराने बयान पर मुजफ्फरनगर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गयी है. शाह ने लोकसभा चुनाव के वक्त 4 अप्रैल को मुजफ्फरनगर में बयान दिया था. अगर शाह पर आरोप साबित हो जाते है, तो उन्हें तीन साल की सजा हो सकती है. भाजपा प्रवक्ता ने इसे समाजवादी पार्टी की चाल बताया है.

कांग्रेस ने आज भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान ‘‘आपत्तिजनक’’ भाषण देकर आदर्श आचार संहिता का कथित रुप से उल्लंघन करने के लिए आरोपपत्र दाखिल होने पर ‘‘संतोष ’’ जाहिर किया.

कांग्रेस प्रवक्ता सलमान खुर्शीद ने यहां संवाददाताओं से कहा कि हमें इस बात का संतोष है कि उस मामले को ,जिसे लेकर प्रबुद्ध वर्ग में भारी चिंता का माहौल था ,उसपर कानून के तहत कार्रवाई हो रही है और यह कार्रवाई संतोषजनक दिशा में आगे बढ रही है. उन्होंने साथ ही कहा कि इस बारे में ‘‘हर किसी’’ को ‘‘खुश’’ होना चाहिए. उन्होंने हालांकि कहा कि वह इस बारे में और कोई टिप्पणी करना नहीं चाहेंगे क्योंकि मामला न्यायालय के विचाराधीन है.

49 वर्षीय शाह के विरुद्ध पुलिस द्वारा आज मुजफ्फरनगर की एक अदालत में कथित रुप से धर्म, नस्ल, जाति एवं समुदाय के आधार पर वोट मांगने के कारण आरोपपत्र दाखिल किया गया है. उधर लखनउ में कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि शाह को गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उन्हें भाजपा अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देना चाहिए.

भाजपा प्रवक्ता बी वी एल नरसिम्हा ने इस पूरे मामले के लिए सपा को जिम्मेवार ठहराते हुए कहा कि यह उपचुनाव के कारण समाजवादी पार्टी की हरकत है. जनता इस तरह के चाल को अच्छी तरह समझती है. इससे भाजपा को कोई फर्क नहीं पड़ेगा. जनता चुनाव में सपा को जवाब देगी.

मुजफ्फरनगर के सीओ ने शाह पर दायर चार्जशीट की जानकारी देते हुए कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर तीन धाराओं में चार्जशीट दाखिल की गयी है. गौरतलब है कि अमित शाह ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मुजफ्फरनगर में कहा था कि पिछले साल मुज़फ़्फ़रनगर में हुए सांप्रदायिक दंगों में हुए अपमान का बदला लेने का मौका है ‘उत्तर प्रदेश और ख़ासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए यह चुनाव सम्मान की लड़ाई है.यह चुनाव उन लोगों के लिए सबक सिखाने का मौका है जिन्होंने ज़ुल्म ढाए हैं.’ कथित तौर पर यह भी कहा था, ‘आदमी भोजन और नींद के बिना जी सकता है. भूखा-प्यासा होने पर भी वह जी सकता है लेकिन इज्जत खोकर नहीं जी नहीं सकता. ‘

सूत्रों का कहना है कि इस चार्जशीट में कई गंभीर धाराएं लगायी गयी हैं. लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान शाह ने द्वारिका पुरी स्थित एक बारात घर में आयोजित एक सभा में विवादित बयान दिया था. इसके बाद नयी मंडी में यह मुकदमा दर्ज कराया गया था. उस समय अमित शाह बीजेपी के यूपी चुनाव प्रभारी थे. बीजेपी ने इसे अमित शाह और पार्टी के खिलाफ साजिश बताया है. भाजपा का कहना है कि ठीक चुनाव से पहले अमित शाह पर चार्जशीट दाखिल किया जाना कई तरह के सवालों को जन्म देता है.

Next Article

Exit mobile version