सुरक्षा के मद्देनजर दक्षिण भारत रूट पर रेलवे लगाएगी ”ट्रेन सुरक्षा सिस्‍टम”

नयी दिल्ली: रेल दुर्घटना को रोकने के लिए रेलवे मंत्रालय ने एक अहम फैसला लिया है. हादसों को नियंत्रि‍त करने के लिए रेलवे ने दक्षिण भारत में 28.61 करोड रुपये के अनुबंध को मंजूरी दे दी है.इसके अंतर्गतरेलवेद्वारादक्षिण भारत के 67 किलोमीटर लंबे बेसिन ब्रिज-अराकोणम रुट पर ट्रेन सुरक्षा चेतावनी प्रणाली (टीपीडब्लूएस)लगाया जाएगा. रेल मंत्रालय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 14, 2014 12:38 PM

नयी दिल्ली: रेल दुर्घटना को रोकने के लिए रेलवे मंत्रालय ने एक अहम फैसला लिया है. हादसों को नियंत्रि‍त करने के लिए रेलवे ने दक्षिण भारत में 28.61 करोड रुपये के अनुबंध को मंजूरी दे दी है.इसके अंतर्गतरेलवेद्वारादक्षिण भारत के 67 किलोमीटर लंबे बेसिन ब्रिज-अराकोणम रुट पर ट्रेन सुरक्षा चेतावनी प्रणाली (टीपीडब्लूएस)लगाया जाएगा.

रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक थेल्स इंडिया को इसका अनुबंध मिला है.यूरोपीय ट्रेन नियंत्रण तंत्र (ईटीसीएस) पर आधारित टीपीडब्लूएस ड्राइवरों द्वारा सिग्नल नहीं देख पाने या स्पीड प्रतिबंध को तोडने के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने की दिशा में एक कारगर ट्रेन सुरक्षा तकनीक है.

अधिकारी ने कहा अगर ट्रेन का ड्राइवर सिग्नल देख पाने में नाकाम रहता है तो ऑटोमेटिक ब्रेक सक्रिय हो जाएगा और ट्रेन रुक जाएगी.टीपीडब्लूएस से लैस इंजनों में डीएमआई (ड्राइवर मशीन इंटरफेस) पर तय रफ्तार और तय दूरी का आकलन करते समय सिग्नल पहलुओं, एक खास स्टेशन के लिए अधिकतम मंजूर रफ्तार और रफ्तार पाबंदी संबंधी सूचनाओं को ध्यान में रखा जाता है.

अधिकारी ने कहा, ‘बेसिन ब्रिज-अराकोणम सेक्शन में कुल 169 सिग्नल टीपीडब्लूएस से सुरक्षित होंगे.’ उन्होंने कहा, ‘थेल्स अपने ईटीसीएस स्तर एक समाधान को लागू करेगा और डिजाइन, आपूर्ति, लगाने और ट्रैक साइड उपकरण को चलाने के लिए जिम्मेदार होगा’.

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