अहमदाबाद : नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार आज गुजरात पहुंचे और अपना पहला संबोधन गुजराती में ही किया. वहां एयरपोर्ट पर भाजपा कार्यकर्ताओं व उनके समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया. मोदी दो दिनों तक गुजरात में रहेंगे और चीनी 17 सितंबर को चीनी राष्ट्रपति शी चिनपिंग की आगवनी करेंगे. इसी दिन मोदी का जन्मदिन भी है.
उनके स्वागत के लिए एयरपोर्ट के बाहर पार्टी की युवा इकाई द्वारा मंच बनाया गया था, जहां कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया.मोदी के इस दौरे में उन्होंने गरवी गुजरात यानी गौरवशाली गुजरात की लोगों की मन की भावना को और उभार देने के लिए लोगों को गुजराती में ही संबोधित किया. मीडिया प्रबंधन में माहिर मोदी के इस भाषण की सीधे तौर पर हिंदी में अनुवाद करने की व्यवस्था की गयी थी. मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो वे राष्ट्रीय नेता की जगह लेने के लिए अहमदाबाद से हिंदी में गुजरात के बहाने देश को संबोधित किया करते थे और अब जब वे देश के प्रधानमंत्री व राष्ट्रीय नेता बन गये हैं, तब अपने गृह राज्य गुजरात पहुंच कर वे जनता को गुजराती में संबोधित कर यह संकेत दे रहे हैं कि वे एक गुजराती हैं और उनकी पहचान उनके गृह राज्य से जुड़ी है और लोग एक गुजराती के शीर्ष पद पर पहुंचने के गौरव का भी अहसास करें.
मोदी ने पूर्व की तरह अपने भाषण में गुजरात की धरती पर जन्म लेने वाले देश के दो बड़े नेताओं महात्मा गांधी व सरदार वल्लभ भाई पटेल का उल्लेख करना नहीं भूले. उन्होंने कहा कि गांधी और पटेल की अनुभूति गुजरात की हवा में है और यह उन्हें राष्ट्र को और मजबूत बनाने की प्रेरणा देती है.