मुंबई : भाजपा ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे के लिए सहयोगी शिवसेना को 12 घंटे का अल्टीमेटम दिया है. पार्टी ने स्पष्ट किया है कि अगर वह 12 घंटे के अंदर सीट बंटवारे पर फैसला नहीं लेती है, तो भाजपा उससे अलग होकर अकेले राज्य में चुनाव लड़ेगी. दोनों दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर पिछले पांच दिनों से कोई बात नहीं हुई है. भाजपा ने शिवसेना को 288 सदस्यीय राज्य विधानसभा में 135-135 सीटों पर लड़ने का प्रस्ताव दिया है.
यानी दोनों दल बराबर सीटों पर चुनाव लड़ें व अपने छोटे सहयोगियों को शेष 18 सीटें चुनाव लड़ने के लिए दें. महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना के महागंठबंधन में चार और छोटी पार्टियां शामिल हैं. शिवसेना राज्य में 150 सीटों पर लड़ने की जिद पर अड़ी हुई है. इसके पीछे उसका लक्ष्य मुख्यमंत्री पद पर कब्जा करना है. वहीं, हालिया सर्वे से उत्साहित भाजपा चाहती है कि दोनोंपार्टियां बराबर-बराबर सीटों पर लड़ें और जिसके ज्यादा विधायक हों मुख्यमंत्री उसी पार्टी का बने.
हाल के कुछ सर्वे में बताया गया कि भाजपा को राज्य में शिवसेना से ज्यादा सीटें आयेंगी.इससे भाजपा जहां उत्साहित है, वहीं सेना आशंकित. पूर्व में विधानसभा चुनाव में शिवसेना अधिक सीटों पर लड़ती रही है और भाजपा को वह राज्य में अपनी बी टीम की हैसियत देती रही है, लेकिन अब भाजपा राज्य में गंठबंधन का नेतृत्व करना चाहती है. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज ही सुबह अपने सहयोगियों को जल्द से गंठबंधन का पेंच सुलझाने को कहा था, हालांकि उन्होंने यह भी कहा था कि पार्टी के आत्मसम्मान पर कोई समझौता नहीं होगा. वहीं, पार्टी के वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी के आवास पर गंठबंधन को लेकर हुई बैठक में भी कोई अंतिम फैसला नहीं हो सका.