चीन में राष्ट्रपति शी से ज्यादा मशहूर हैं उनकी गायिका पत्नी पेंग लियुआन
नयी दिल्ली : चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग की पत्नी पेंग लियुआन ने अपने भारत दौरे के दौरान सबका ध्यान खींचा है. आम तौर पर कूटनीतिक मोर्चो चीनी राष्ट्रपतियों की सक्रियता नहीं रही है, लेकिन पेंग इसमें अपवाद साबित हो रही हैं. भले ही पिछले दो साल में उन्होंने दुनिया के उभरते देश के राष्ट्रपति […]
नयी दिल्ली : चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग की पत्नी पेंग लियुआन ने अपने भारत दौरे के दौरान सबका ध्यान खींचा है. आम तौर पर कूटनीतिक मोर्चो चीनी राष्ट्रपतियों की सक्रियता नहीं रही है, लेकिन पेंग इसमें अपवाद साबित हो रही हैं. भले ही पिछले दो साल में उन्होंने दुनिया के उभरते देश के राष्ट्रपति की पत्नी के रूप में विश्व मीडिया का ध्यान खींचा है, लेकिन वे चीन में ढाई दशक से अधिक समय से काफी लोकप्रिय हैं.
आज से ढाई दशक पहले जब चीन के वर्तमान राष्ट्रपति शी चिनपिंग कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के मध्यम स्तर के अधिकारी थे, तब पेंग पूरे चीन में एक गायिका के रूप में मशहूर थी और उनके वहां करोड़ों प्रशंसक थे. उसी समय इन दोनों की एक कॉमन फ्रेंड के माध्यम से मुलाकात हुई और दोनों कुछ दिनों बाद विवाह बंधन में बंध गये.
जब लियुआन बुधवार को अपने पति शी के साथ अहमदाबाद पहुंची तो उन्होंने अपने मोहक, स्वतंत्र व प्रभावशाली व्यक्तित्व की छाप छोड़ी. लियुआन आज दुनिया के राष्ट्र प्रमुखों की पत्नियों की उस टोली में शामिल हैं, जो विश्व मीडिया का ध्यान अपनी ओर खींचती हैं. लियुआन के स्टाइल, पहनावे-ओढ़ावे की तुलना अकसर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की पत्नी मिसेल ओबामा से होती है.
लियुआन एक लोकप्रिय चीनी गायिका हैं. राजधानी दिल्ली में देश की महिला मंत्रियों से मिलने, स्कूल व कुछ अन्य जगहों पर जाने का कार्यक्रम उनके लिए तय किया गया है. उनके इन जगहों पर जाने का कोई राजनीतिक मतलब नहीं है. 80 के दशक में वे पहली चीनी महिला थीं, जिसने लोक गायिकी में मास्टर डिग्री हासिल किया. 51 वर्षीया लियुआन 18 वर्ष की उम्र में ही सेना में शामिल हो गयी थीं. उन्हें यह जिम्मेवारी कम्युनिस्ट पार्टी ने दी थी. उनकी प्रतिभा को देखते हुए उन्हें जिम्मेवारी दी गयी कि वे घूम-घूम कर राष्ट्रीयता की भावना वाले गीत चीनी सैनिकों के लिए गायेंगी और उनका उत्साहवर्धन करेंगी. इससे उन्हें अपार लोकप्रियता मिली. उन्होंने तिब्बत के खिलाफ चीन के सैन्य अभियानों में भी चीनी सैनिकों का उत्साहवर्धन किया है.
इस असाधारण कलाकार ने 80 के दशक में दुनिया के 50 देशों की यात्र सिर्फ अपने संगीत कार्यक्रम की प्रस्तुति के लिया किया. वे चीन में पियोनी फेरी के नाम से मशहूर हैं. उनका यह नामकरण इसलिए हुआ क्योंकि वे शेंगडोंग प्रदेश से आती हैं, जो पियोनी फूल के लिए मशहूर है.