श्रीनगर : जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज कहा कि बाढ से निपटने में केंद्र काफी मदद कर रहा है लेकिन अभी भी राज्य को करीब 12 लाख खसरे की टीकों की जरुरत है और इसकी खुले बाजार से खरीदारी की जाएगी. उमर ने कहा, ‘खसरा महामारी का रुप नहीं ले इसके लिए हमें 0-15 वर्ष के आयु समूह में 13 लाख बच्चों के टीकाकरण की जरुरत है. केंद्र से हमें एक लाख टीके मिले हैं. मैंने अब अपने विभाग से इसके लिए भारत सरकार का इंतजार नहीं करने को कहा है और बाजार से टीकों की खरीदारी होगी.’
उमर ने कहा कि रकम त्रासद बाढ के बाद बनाए गए मुख्यमंत्री राहत कोष में रखी गयी है. उन्होंने कहा, ‘कल करीब 55 करोड रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा कराये गये. इसमें ज्यादातर सात या आठ राज्यों से आयी मदद है. मैं आभारी हूं कि निजी तौर पर सबसे ज्यादा योगदान (उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री) अखिलेश यादव की तरफ से आया है. अन्य राज्यों से भी मदद मिली हैं जिनसे मैं टीके और क्लोरीन टैबलेट खरीदने जा रहा हूं.’ उमर ने कहा कि वादे के मुताबिक 50 लाख क्लोरीन टैबलेट की बजाए केंद्र की तरफ से राज्य को अभी तक 10 लाख टैबलेट ही मिले हैं.
उन्होंने कहा, ‘हम कोशिश करेंगे जितना भी खरीदा जा सकता है खुले बाजार से खरीदेंगे.’ मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ प्रभावित विभिन्न सरकारी अस्पतालों में भूतल पर रखे उपकरणों को जो नुकसान हुआ है, उसकी कीमत अनुमान के मुताबिक 150 करोड रुपये है. उन्होंने कहा, ‘हमारे सभी डायग्नोस्टिक और लेबोरेटरी उपकरणों को, जो भूतल और यहां तक कि प्रथम तल पर थे, नुकसान पहुंचा है. स्वास्थ्य विभाग के आकलन के मुताबिक 150 करोड रुपये के स्वास्थ्य उपकरण क्षतिग्रस्त हुये.’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘जाहिराना तौर पर इन्हें रातों रात नहीं बदला जा सकता. लेकिन, भारत सरकार को देने जा रहे मेरे ज्ञापन में यह भी हिस्सा होगा जिससे कि तत्काल नये उपकरण खरीद सकें और ये अस्पताल पूरी तरह से चल सके.’