नहीं टूटेगा भाजपा-शिवसेना गठबंधन, सीटों पर आज बन सकती है बात
मुंबई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप के बाद महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा-शिवसेना साथ-साथ चुनाव में जाने को तैयार हो गये हैं. शुक्रवार को भाजपा और शिवसेना दोनों पार्टियों ने साथ में बैठक की और सहमती बनायी कि दोनों पार्टियां महाराष्ट्र में एक साथ ही चुनाव लड़ेंगी. हालांकि दोनों के बीच अभी तक […]
मुंबई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप के बाद महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा-शिवसेना साथ-साथ चुनाव में जाने को तैयार हो गये हैं. शुक्रवार को भाजपा और शिवसेना दोनों पार्टियों ने साथ में बैठक की और सहमती बनायी कि दोनों पार्टियां महाराष्ट्र में एक साथ ही चुनाव लड़ेंगी.
हालांकि दोनों के बीच अभी तक सीटों के बंटवारे पर कोई फैसला नहीं हो पाया है. संभवत: शनिवार को फैसला हो सकता है. चुनाव में भी अब काफी कमसमय बच गया है. ऐसे में दोनों ही पार्टियां अपने दलों के प्रत्याशियों के नाम उजागर करने को व्याकुल दिख रही हैं.
मीडिया को यह संकेत भी दिया गया कि चाहे इसके लिए किसी पार्टी को अपने दो कदम पीछे खींचने पड़ें, लेकिन वे गंठबंधन नहीं तोड़ेंगी. दोनों पार्टियों के नेताओं ने मान लिया है कि गंठजोड़ में रहना ही उनके लिए फायदेमंद होगा और तभी वे सत्ता का स्वाद चख सकेंगे.
क्या था विवाद
भाजपा व शिवसेना के बीच सीटों के बंटवारे के लेकर विवाद चल रहा है. शिवसेना भाजपा को राज्य में 120 से अधिक सीट नहीं देना चाहती है, जबकि भाजपा वहां 135 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. भाजपा ने अपनी ओर से 288 सदस्यीय विधानसभा में दोनों दलों को 135-135 सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव रखा था. जबकि शेष 18 सीटें अपने छोटे सहयोगी दलों को देने का संकेत दिया था.
इसी मुद्दे पर दोनों पार्टियों में मतभेद सतह पर आ गया था और दोनों अलग-अलग चुनाव लड़ने पर अपनी-अपनी पार्टी के लिए संभावना टटोलने लगे. पर, शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद हस्तक्षेप किया और वरिष्ठ भाजपा नेता नितिन गडकरी को पूरे मामले को सुलझाने का निर्देश दिया.