मैंने मोदी को कमतर आंका था : जकारिया
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहला अंतरराष्ट्रीय साक्षात्कार लेनेवाले भारतीय-अमेरिकी पत्रकार और लेखक फरीद जकारिया ने शनिवार को कहा कि वर्ष 2012 में एक जनसभा में मोदी के भाषण के दौरान उन्हें कमतर आंका था. सीएनएन-आइबीएन से बातचीत में जकारिया ने कहा कि यदि वह मोदी से पहले मिले होते, तो उनका ऐसा […]
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहला अंतरराष्ट्रीय साक्षात्कार लेनेवाले भारतीय-अमेरिकी पत्रकार और लेखक फरीद जकारिया ने शनिवार को कहा कि वर्ष 2012 में एक जनसभा में मोदी के भाषण के दौरान उन्हें कमतर आंका था. सीएनएन-आइबीएन से बातचीत में जकारिया ने कहा कि यदि वह मोदी से पहले मिले होते, तो उनका ऐसा मूल्यांकन नहीं करते.
अप्रैल, 2012 में जकारिया ने एक टेलीविजन सेशन में कहा था कि नरेंद्र मोदी क्षेत्रीय नेता भी नहीं बन सकते, उन्हें अकेले प्रधानमंत्री बनने दीजिए. भारतीय जनता पार्टी के उदय पर उन्होंने गहरी चोट की. कार्ल मार्क्स को उद्धृत करते हुए कहा, इतिहास खुद को दो बार दोहराता है. पहली बार गलती से, दूसरी बार पाखंड से. वह भाजपा की सत्ता में वापसी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे.
भारत जटिलताओं से भरा राष्ट्र है. वह कभी देश का चेहरा नहीं बन सकते. हालांकि, जकारिया ने अपने पुराने बयान का बचाव भी किया. कहा कि कुछ भाजपा नेता भी वही कहते थे, जो उन्होंने (जकारिया ने) कहा था. मोदी का इंटरव्यू लेने के बाद 48 वर्षीय इस लेखक-पत्रकार ने कहा कि भारत के नये प्रधानमंत्री एक मजबूत शख्सीयत हैं. वह अंतरराष्ट्रीय मामलों को बड़ी चतुराई से निबटा रहे हैं.