कांग्रेस ने सरकार की विदेश नीति पर सवाल खड़े किये कहा, कूटनीति इतनी आसान नहीं
नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति पर कांग्रेस ने सवाल खड़ा किया है. कांग्रेस के प्रवक्ता और पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा है कि भाजपा ने जितना काम किया है और जिस तरह की विदेश नीति अपना रही है फिलहाल उन्हें अच्छे नंबर नहीं दिये जा सकते. पाकिस्तान और चीन के […]
नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति पर कांग्रेस ने सवाल खड़ा किया है. कांग्रेस के प्रवक्ता और पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा है कि भाजपा ने जितना काम किया है और जिस तरह की विदेश नीति अपना रही है फिलहाल उन्हें अच्छे नंबर नहीं दिये जा सकते. पाकिस्तान और चीन के प्रति नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कांग्रेस ने आज कहा कि कूटनीति ‘टेक अवे ज्वाइंट’ जैसी कोई चीज नहीं है जहां सब कुछ तैयार मिले.
विपक्षी पार्टी ने कहा कि प्रधानमंत्री को अमेरिका के साथ रणनीतिक संबंध बनाने से पहले देश को विश्वास में लेना होगा. सलमान खुर्शीद ने कहा किअगर आप पाकिस्तान से निपटने के तरीके को ही ले लें तो मुङो लगता है कि यह बिल्कुल साफ है कि उन्हें लगता है कि वह कुछ कहेंगे और पाकिस्तान उसे मान लेगा. कूटनीति ऐसे काम नहीं करती.’’ खुर्शीद ने हैडलाइंस टुडे पर करन थापर के कार्यक्रम ‘नथिंग बट द ट्रुथ’ में कहा, ‘‘पाकिस्तान एक मुश्किल देश है. और पाकिस्तान ने हमें अनेक परेशानियां दी हैं.’’ नयी दिल्ली में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित की कश्मीरी अलगाववादी नेताओं से मुलाकात के चलते भारत ने पाकिस्तान के साथ विदेश सचिव स्तर की बातचीत रद्द कर दी थी. मोदी ने मुलाकात नहीं करने की चेतावनी दी थी जिसके बावजूद बासित ने अलगाववादियों से मुलाकात की.
खुर्शीद ने कहा कि वह हैरान हैं कि सरकार यह नहीं सोच पाई कि यह कुछ इस तरह से होगा. उन्होंने कहा, ‘‘क्या उन्हें पहले ही आभास नहीं होना चाहिए था? क्या उन्हें नहीं सोचना चाहिए था कि पाकिस्तान से इस तरह के कदम की आशंका है.’’ पूर्व मंत्री ने कहा कि मोदी सोचते हैं कि यह ऐसा है कि जहां सब कुछ ‘टेक अवे ज्वाइंट ’ की तरह तैयार मिल जाएगा और अगर आप पैसा दोगे तो जो चाहोगे मिल जाएगा.
खुर्शीद ने कहा, ‘‘कूटनीति में इस तरह नहीं चलता. कूटनीति बहुत जटिल चीज है. कूटनीति बहुत श्रमसाध्य चीज है. और यह सोचना कि मैं भारत में चुनाव जीत सकता हूं और दुनिया में सभी को जीत सकता हूं तो यह इतना आसान नहीं है.’’ उन्होंने चीनी घुसपैठ के मुद्दे से निपटने के तरीके की भी आलोचना की और चीन तथा जापान से भारत में आने वाले निवेश का श्रेय लिया.
पूर्व विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘जाहिर तौर पर मैं हमारे देश की पूरी विदेश नीति का श्रेय ले रहा हूं और मेरी चिंता केवल यह है कि पिछले 10 सालों में हमने जो हासिल किया है उसे एक अधिक महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री को खत्म नहीं करना चाहिए.’’ जब थापर ने कहा कि मोदी ने अपनी अमेरिका यात्र से पहले अपने एक इंटरव्यू में कहा है कि भारत और अमेरिका रणनीतिक गठबंधन बना सकते हैं. इस पर खुर्शीद ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व ने अभी तक इस पर टिप्पणी नहीं की है.
खुर्शीद ने कहा, ‘‘लेकिन बिल्कुल साफ है कि हम गठजोडों में विश्वास नहीं करते. हम साझेदारियों में भरोसा करते हैं.’’ नीति में बदलाव के सवाल पर पूर्व विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘पहले उन्हें देश को बताना चाहिए कि मैं बदलाव कर रहा हूं और यदि देश परिवर्तन का समर्थन करता है तो आगे बढिए. लेकिन केवल यह मत कहिए कि हम नीति में बदलाव कर रहे हैं.’’