सारधा घोटाले की आंच पहुंची चिदंबरम के परिवार तक
नयी दिल्ली : पश्चिम बंगाल के अरबों रुपये के सारधा चिटफंड घोटाले की आंच वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम के परिवार तक पहुंच गयी है. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, उनकी पत्नी व सुप्रीम कोर्ट की वकील नलिनी चिदंबरम से शनिवार शाम इस मामले में सीबीआइ ने चेन्नई में पूछताछ की है. इस […]
नयी दिल्ली : पश्चिम बंगाल के अरबों रुपये के सारधा चिटफंड घोटाले की आंच वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम के परिवार तक पहुंच गयी है. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, उनकी पत्नी व सुप्रीम कोर्ट की वकील नलिनी चिदंबरम से शनिवार शाम इस मामले में सीबीआइ ने चेन्नई में पूछताछ की है. इस मामले का खुलासा आज राजधानी दिल्ली में हुआ.
सूत्रों के अनुसार, उनसे इस मामले में सारधा ग्रुप को कानूनी सलाह देने के लिए फी लेने के संबंध में पूछताछ की गयी है. उन्होंने सलाह देने के लिए एक करोड़ रुपये फी ली थी. कांग्रेस नेता मतंग सिंह की पत्नी मनोरंजना सिंह के आग्रह पर नलिनी चिंदबरम वकील के रूप में सारधा ग्रुप को कानूनी सलाह देने को राजी हुई थीं. सारधा ग्रुप के मालिक सुदिप्तो सेन ने 2013 में सीबीआइ को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने कानूनी सलाह के लिए नलिनी चिदंबरम को एक करोड़ रुपये का भुगतान करने का उल्लेख किया था.
नलिनी चिदंबरम ने मनोरंजना का प्रतिनिधि के रूप में सारधा ग्रुप के मालिक सुदिप्तो सेन को पूर्वोत्तर के एक चैनल का 42 करोड़ रुपये में अधिग्रहण करने के लिए कानूनी सलाह दी थी. हालांकि इस मामले में अबतक नलिनी का मीडिया से संपर्क नहीं हो सका है. लेकिन उनके करीबियों ने मीडिया को बताया है कि सीबीआइ ने सारधा घोटाले के संबंध में उनसे कोई पूछताछ नहीं की है, बल्कि सीबीआइ सिर्फ पूर्वोत्तर के चैनल के अधिग्रहण के लिए उनके द्वारा तैयार किये गये 70 पेज के दस्तावेज उनसे हासिल किया है. उनके करीबियों ने कहा है कि कानूनी सलाह देने के बदले साल भर के लिए एक करोड़ लेने में पूरी पारदर्शिता बरती गयी है और इसमें कुछ भी गलत नहीं है.