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अमित शाह ने फोन पर उद्धव से की बात

मुंबई: महाराष्‍ट्र में सीट के बंटवारे को लेकर भाजपा और शिवसेना आमने-सामने आ गये हैं. दोनों के बीच 25 साल से चला आ रहा गंठबंधन क्या महज कुछ सीटों के लिए टूट जायेगा. यह देखने वाली बात है. इसी बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके बुरे दिनों की याद दिलाई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 22, 2014 7:41 AM

मुंबई: महाराष्‍ट्र में सीट के बंटवारे को लेकर भाजपा और शिवसेना आमने-सामने आ गये हैं. दोनों के बीच 25 साल से चला आ रहा गंठबंधन क्या महज कुछ सीटों के लिए टूट जायेगा. यह देखने वाली बात है. इसी बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके बुरे दिनों की याद दिलाई है.

उन्होंने कहा कि भाजपा को देश पर राज करना चाहिए और महाराष्‍ट्र शिवसेना को सौंप देना चाहिए.वहीं खबरों की माने तो भाजपा नेता ओम माथुर आज शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिलेंगे और गंठबंधन पर चर्चा करेंगे.सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बीजेपी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अमित शाह ने उद्धव ठाकरे से बात की है. उन्होंने फोन पर उद्धव से बात करते हुए कहा कि गंठबंधन को बचाना जरुरी है. अपने आखिरी प्रस्ताव पर फिर विचार करें.

इससे पहले रविवार कोउद्धव ने कहा, ‘‘मुझे सत्ता चाहिए और मैं इसे किसी भी कीमत पर हासिल करूंगा. लेकिन यह सत्ता महाराष्ट्र को कुछ देने के लिए है न कि दूसरों की तरह कुछ लेने के लिए.’’ उद्धव ने कहा कि 2002 के गुजरात दंगों के बाद मोदी के साथ केवल शिवसेना खड़ी थी. 2002 के गुजरात दंगे के बाद उनके पिता बाल ठाकरे ने लालकृष्ण आडवाणी से कहा था कि मोदी को मुख्यमंत्री पद से नहीं हटाया जाए.

गोधरा दंगे की स्थिति की याद दिलाते हुए उन्होंने कहा कि मोदी पर उस वक्त सभी ने उंगली उठाई थी केवल शिवसेना उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी थी. उस समय केवल बाला साहब ने लालकृष्ण आडवाणी से कहा था कि मोदी को बने रहना चाहिए, क्योंकि वह हिंदुत्व विचाराधारा का अनुसरण करते हैं.

उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों में भाजपा के मिशन 272 में शिवसेना ने खलल नहीं डाला, उसी तरह भाजपा को अब महाराष्ट्र चुनाव में शिवसेना के मिशन 150 का सम्मान करना चाहिए. गौरतलब है कि महाराष्‍ट्र की 288 सीटों में से शिवसेना 151 सीट अपने पास रखना चाहती है जबकि 119 सीट भाजपा को देना चाहती है अन्य सीट वह गंठबंधन के छोटे दलों को देना चाहती है.

ग़ौरतलब है कि महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटें हैं. 2009 में हुए विधानसभा चुनाव में शिवसेना ने 169 सीटों पर और बीजेपी ने 119 सीटों पर चुनाव लड़ा था.

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