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हिमाचल में भारी बारिश से तबाही, भूस्खलन से अबतक 48 लोगों की मौत, 15 अगस्त को नहीं होगा सांस्कृतिक कार्यक्रम

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण 15 अगस्त को सांस्कृतिक समारोह का आयोजन नहीं होगा. बारिश के कारण सादे समारोह का आयोजन किया जा रहा है. बीते दिनों से जारी बारिश के कारण कई इलाकों में तबाही का मंजर दिखाई दे रहा है.

By Pritish Sahay | August 14, 2023 10:50 PM
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हिमाचल प्रदेश में बारिश से हुई भारी तबाही के बीच कम से कम 48 लोगों की मौत हो गई. इनमें से 14 लोगों की मौत शिमला में हुईं भूस्खलन की दो घटनाओं में हुई. बारिश के कारण कुछ स्थानों पर भूस्खलन हुए, जिसके चलते कई मुख्य सड़कें बंद हो गईं और कई घर ढह गए. मंडी के उपायुक्त अरिंदम चौधरी ने बताया कि जिले में बारिश से जुड़ी विभिन्न घटनाओं में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई और कई शव बरामद किए गए हैं.

शिमला में शिव मंदिर के मलबे में और लोगों के दबे होने की आशंका

शिमला के समर हिल इलाके में शिव मंदिर के मलबे में और लोगों के दबे होने की आशंका है. सावन का महीना होने के कारण हादसे के वक्त मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे. अधिकारियों ने कहा कि शिमला में दो जगह भूस्खलन हुआ है और मंदिर के पास हुआ भूस्खलन उनमें से एक है, शिमला में भारी बारिश हो रही है. उन्होंने बताया कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. शिमला के पुलिस अधीक्षक (एसपी) संजीव कुमार गांधी ने बताया कि दूसरा भूस्खलन फगली इलाके में हुआ और वहां मलबे से पांच शव निकाले गए हैं, जबकि 17 लोगों को बचा लिया गया है. अधिकारियों ने बताया कि शिमला में भूस्खलन की दो घटनाओं में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई है.

नहीं होगा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण 15 अगस्त को सांस्कृतिक समारोह का आयोजन नहीं होगा. बारिश के कारण सादे समारोह का आयोजन किया जा रहा है. बीते दिनों से जारी बारिश के कारण कई इलाकों में तबाही का मंजर दिखाई दे रहा है. वहीं, भारी बारिश के कारण प्रदेश के सभी स्कूल और कॉलेज को सोमवार को बंद रखा गया. राज्य के आपात अभियान केंद्र के अनुसार, आपदा के कारण राज्य में 752 सड़कें बंद कर दी गयी हैं. कई जगहों पर भूस्खलन की भी रिपोर्ट आयी है. वहीं, प्रदेश के सोलन स्थित जादोन गांव में बादल फटने से रविवार रात को एक ही परिवार के सात सदस्यों की मौत हो गयी.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जताया दुख

इधर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन से लोगों की मौत पर सोमवार को दुख जताया और कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के कर्मी स्थानीय प्रशासन के साथ राहत व बचाव कार्यों में जुटे हैं. शाह ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर लिखा है कि हिमाचल प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर भारी वर्षा और भूस्खलन से हुई जनहानि अत्यंत दुःखद है. एनडीआरएफ की टीम स्थानीय प्रशासन के साथ राहत व बचाव कार्यों में लगी हैं. उन्होंने कहा, शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. ईश्वर उन्हें यह दुख सहने की शक्ति दें. मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.

उत्तराखंड और हिमाचल में भारी तबाही

उत्तर भारत के दो राज्यों में बारिश से तबाही मची है. उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में बीते दिनों से हो रही जोरदार बारिश से पूरा इलाका पानी-पानी हो गया है. तेज बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं, तालाब लबालब हो गये हैं. बारिश का पानी सड़कों से होते हुए अब घरों में भी घुस रहा है. आम जनजीवन पूरी तरह ठप हो गया है. उत्तराखंड के चमौली में नालियों का पानी घरों और दुकानों में घुस गया है. वहीं मौसम विभाग ने सोमवार तक के लिए कई इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. वहीं, मंदाकिनी नदी का पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. तो इधर, हिमाचल प्रदेश में भी बारिश के कारण हो रहे भूस्खलन के कारण भयावह स्थिति बनी हुई है.

उत्तराखंड में बारिश के कारण चारधाम यात्रा दो दिनों के लिए स्थगित
उत्तराखंड के कई इलाकों में हो रही तेज बारिश के कारण आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. प्रदेश में हो रही तेज बारिश के कारण चारधाम यात्रा दो दिनों के लिए स्थगित कर दी गई है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज यानी सोमवार को कहा कि प्रदेश में हो रही भारी बारिश को देखते हुए दो दिन के लिए चारधाम यात्रा स्थगित की गयी है . प्रदेश के उच्चाधिकारियों के साथ एक बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि मूसलाधार बारिश और इसके कारण उत्पन्न हालात को देखते हुए दो दिनों के लिए चारधाम यात्रा स्थगित कर दी गई है.सीएम धामी ने इस दौरान, सभी श्रद्धालुओं से मौसम के पूर्वानुमान को देखकर ही यात्रा करने की अपील की.

अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश
गौरतलब है कि उत्तराखंड में बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धामों की यात्रा को लेकर देश विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं पहुंचे हुए हैं. वहीं, कई इलाकों में हो रही बारिश यात्रा में परेशानी खड़ी कर रही है. इस बीच सीएम धामी ने अधिकारियों को प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश को देखते हुए अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया है.  सीएम धामी ने उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि मूसलाधार बारिश से प्रदेश में जहां भी नुकसान हो रहा है, वहां प्रभावितों को मानकों के अनुसार मुआवजा राशि जल्द से जल्द मुहैया कराएं.  मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला प्रशासन एवं राहत-बचाव कार्य में लगे सभी दलों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रखा जाए.

भाषा इनपुट के साथ

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