आज भारत ने विज्ञान जगत में ऐसी सफलता हासिल की है जिससे हर देशवासी गौरवान्वित है. भारत ने अपने पहले प्रयास में मंगल मिशन में सफलता हासिल की है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैज्ञानिकों को बधाई दी और पूरी सफलता का श्रेय उनकी मेहनत को दिया. उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के अध्यक्ष के राधाकृष्णन की पीठ भी थपथपाई. इस मौके पर उन्होंने देश की पुरानी परंपराओं को याद किया और देश के कई महानायकों को याद किया.
चुनिंदा लोगों का नाम लेकर विवादों में मोदी
मंगल मिशन की सफलता के अवसर पर वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यों की सराहना की. साथ ही उन्होंने विवेकानंद का जिक्र किया और कहा कि वे यह चाहते थे आधुनिक विश्व में भी हमारा देश जगतगुरु बनें, आज उनका सपना सच होने लगा है. उन्होंने गणित के क्षेत्र में भारत के योगदान शून्य का भी जिक्र किया. प्रधानमंत्री बनने के बाद से जिस प्रकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने विशाल हृदय होने का परिचय दिया है, उस विशाल हृदयता का परिचय देने में इस मौके पर वे चूक गये. अगर वे मनमोहन सरकार को भी इस मिशन की सफलता का श्रेय दे देते, तो उन्हें आज निंदा का सामना नहीं करना पड़ता.
कांग्रेस ने भी की मंगल मिशन का श्रेय लेने की कोशिश
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगल मिशन की सफलता को दशकों की मेहनत का प्रतिफल बताया है और साथ ही उन्होंने कांग्रेस सरकार को इसका श्रेय देने के लिए कहा कि आज पंडित नेहरु का सपना साकार हो गया है. उन्होंने कहा कि देश की आजादी के बाद पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु ने जिन अंतरिक्ष कार्यक्रमों की शुरुआत की थी, वह आज अपने लक्ष्य तक पहुंचता जा रहा है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी आज वैज्ञानिकों और देशवासियों को बधाई दी है. हालांकि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को इस सफलता के लिए बधाई नहीं दी है.
दिग्विजय सिंह ने साधा मोदी पर निशाना
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने आज मंगल मिशन की सफलता का श्रेय प्रधानमंत्री द्वारा लिये जाने पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सबकुछ हो जाने के बाद जिस तरह फीता काटने वाले कार्यक्रम का श्रेय ले जाते हैं, उसी तरह प्रधानमंत्री ने भी इस मिशन की सफलता का श्रेय लिया है.
मंगल मिशन की सफलता को बांटने की कोशिश न हो
मंगल मिशन की सफलता किसी पार्टी या सरकार की सफलता नहीं है, बल्कि यह देश के वैज्ञानिकों के अथक परिश्रम का परिणाम है. वैज्ञानिक किसी सरकार के लिए नहीं बल्कि देश के लिए काम करते हैं. उनकी कर्तव्यनिष्ठा को बांटने की राजनीति न तो भाजपा और न ही कांग्रेस को करनी चाहिए. अगर देश में ऐसी राजनीति की शुरुआत होती है, तो यह विनाशकारी होगी. इसलिए प्रधानमंत्री को भी इस बात का भान होना चाहिए कि मंगल मिशन भाजपा सरकार की नहीं बल्कि भारत देश की सफलता है.