‘नवरात्र’ पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले इमाम को व्यक्ति ने जडा चांटा
आणंद : ‘नवरात्रि’ के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले गिरफ्तार किए गए इमाम को आज अदालत में एक व्यक्ति ने जोरदार चांटा जड़ दिया. पुलिस अधिकारी के अनुसार राकेश नाम के शख्स ने आज इमाम मेहदी हसन को अदालत के ठीक बाहर उस समय चांटा मारकर धक्का दिया, जब पुलिस उन्हें न्यायिक मजिस्ट्रेट के […]
आणंद : ‘नवरात्रि’ के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले गिरफ्तार किए गए इमाम को आज अदालत में एक व्यक्ति ने जोरदार चांटा जड़ दिया. पुलिस अधिकारी के अनुसार राकेश नाम के शख्स ने आज इमाम मेहदी हसन को अदालत के ठीक बाहर उस समय चांटा मारकर धक्का दिया, जब पुलिस उन्हें न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने के लिए ले जा रही थी.
हालांकि चांटा मारने वाले व्यक्ति को हिरासत में ले लिया गया है. खबर है कि हसन को इस घटना में कोई चोट नहीं आई है. इधर इस मामले में इमाम को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. इमाम ने अपने बचाव में वकील नियुक्त नहीं करेने का फैसला लिया था. इसके अलावा उन्होंने जमानत लेने से भी इंकार कर दिया था.
* मोदी को टोपी भेंट करने पर आये थे चर्चा पर
गुजरात के इमाम हसन उस समय चर्चा में आए, जब उन्होंने वर्ष 2011 के सदभावना व्रत के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को एक गोल टोपी भेंट की.
* नवरात्र को राक्षसों का पर्व बताया था इमाम ने
हसन हाल ही में उस समय विवादों में आए जब उन्होंने राज्य के सबसे चर्चित त्यौहार ‘नवरात्र’ को कथित रुप से ‘राक्षसों का पर्व’ बता दिया. 20 सितंबर को एक स्थानीय अखबार को दिए एक साक्षात्कार में हसन के हवाले से कहा गया कि नवरात्र ‘‘राक्षसों का त्यौहार’’ है.
* विश्व हिंदू परिषद ने किया था कड़ा विरोध
विश्व हिंदू परिषद ने हसन की टिप्पणियों पर कडा विरोध जताया और कल शुरु होने वाले ‘नवरात्र’ पर्व से पहले उनकी गिरफ्तारी की मांग की.
* इमाम पर धारा 295 (ए) के तहत हुई है गिरफ्तारी
विहिप नेता की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर गुजरात पुलिस ने कल उन्हें (हसन को) उनके खेडा की थासरा तालूका में रुस्तमपुरा गांव स्थित आवास से गिरफ्तार कर लिया और उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 295 (ए) के तहत मामला दर्ज कर लिया. यह धारा किसी के धर्म या मत का अपमान करके लोगों की धार्मिक भावनाओं को जानबूझकर भडकाने के मामलों से जुडी है. हालांकि हसन ने दावा किया कि उनकी टिप्पणियों को संदर्भ से हटाकर लिया गया है.