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भाजपा-शिवसेना की दोस्ती पर कुछ ही घंटों में आ जायेगा अंतिम फैसला
मुंबई: भाजपा-शिवसेना की ढाई दशक पुरानी दोस्ती आखिरी सांसे ले रही है. हालांकि इस बीच भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के नेता देवेंद्र फड़नवीस ने डैमेज कंट्रोल के तहत कहा है कि हमारा गंठबंधन अभी नहीं टूटा है और आखिरी फैसला कोर कमेटी की बैठक में होगा. उन्होंने कहा है कि इस संबंध में कोर कमेटी […]
मुंबई: भाजपा-शिवसेना की ढाई दशक पुरानी दोस्ती आखिरी सांसे ले रही है. हालांकि इस बीच भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के नेता देवेंद्र फड़नवीस ने डैमेज कंट्रोल के तहत कहा है कि हमारा गंठबंधन अभी नहीं टूटा है और आखिरी फैसला कोर कमेटी की बैठक में होगा. उन्होंने कहा है कि इस संबंध में कोर कमेटी में विचार किया जायेगा. हालांकि आज शाम तक भाजपा व शिवसेना के बीच दोस्ती टूटने या कायम रखने के संबंध में अंतिम फैसला हो जायेगा और इस बात की प्रबल संभावना है कि यह दोस्ती आज टूट जायेगी.
दोनों दलों के बीच संवादहीनता व दूरियां बढ़ने का संकेत आज इस बात से भी मिला जब शिवसेना नेताओं को ढाई घंटे तक इंतजार कराने के बाद भी भाजपा नेता उनसे नहीं मिले. भाजपा नेता दिवाकर राउते ने भाजपा नेताओं के इस रवैये पर तीखी नाराजगी प्रकट करते हुए मीडिया से कहा कि वे और उनके साथ शिवसेना के सचिव अनिल देसाई भाजपा नेताओं से सीटों के मुद्दे पर बात करने के लिए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के प्रतिनिधि की हैसियत से आये थे, लेकिन भाजपा के नेताओं ने उन्हें निराश किया है.
राउते ने मीडिया से कहा कि कल सुबह तीन बजे तक दोनों पक्ष के नेता सीटों का हल तलाशने के लिए साथ बैठे थे. उन्होंने कहा कि शिवसेना अपने कोटे की सीटें भी छोटे सहयोगियों को देने को राजी हो गयी थी और उनकी पार्टी 148 सीटों पर लड़ने के लिए तैयार हो गयी थी. उल्लेखनीय है कि शिवसेना ने पूर्व में कहा था कि वह किसी हाल में 150 सीटों से नीचे जाने को तैयार नहीं है. राउते ने कहा भाजपा के केंद्रीय व राज्य स्तरीय नेताओं के बयानों में अंतर पर नाराजगी जतायी. शिवसेना ने संकेतों में आरोप लगाया है कि भाजपा को गंठबंधन तोड़ने की जल्दी है.
इस बीच महाराष्ट्र टाइम्स की वेब एडिशन में भाजपा सूत्रों के हवाले से छपी खबर के अनुसार, उसे दिल्ली नेतृत्व से यह संदेश दिया गया है कि आता शिवसेनेशी चर्चा पुरे – शिवसेना के साथ बातचीत समाप्त हो गयी है. केंद्रीय नेतृत्व के इस संदेश को शिवसेना से संबंध तोड़ने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है. भाजपा के कड़े तेवर पर शिवसेना नेता दिवाकर राउते ने कहा कि हम भाजपा के फैसले के इंतजार में हैं और उसका शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में कड़ा जवाब दिया जायेगा.
उधर, शिवसेना के आरोपों के बाद भाजपा के महाराष्ट्र प्रभारी राजीव प्रताप रूडी ने सफाई दी है. उन्होंने मीडिया से कहा है कि वे गंठबंधन के पक्ष में हैं और दोनों दलों के बीच गंठबंधन को लेकर बातचीत चल रही है.
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