टूट गया 15 साल पुराना एमसीपी-कांग्रेस गठबंधन

मुंबई : भाजपा-शिवसेना गंठबंधन के टूटने के कुछ ही देर बाद गुरुवार को एनसीपी के नेता अजित पवार ने कांग्रेस के साथ अपने गंठबंधन टूटने की घोषणा कर दी है. भाजपा-शिवसेना की तरह ही एनसीपी-कांग्रेस गंठबंधन भी सीटों के बंटवारे की विवाद पर ही टूटा. पत्रकार सम्‍मेलन में एनसीपी की ओर से प्रफुल्‍ल पटेल ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 25, 2014 8:44 PM

मुंबई : भाजपा-शिवसेना गंठबंधन के टूटने के कुछ ही देर बाद गुरुवार को एनसीपी के नेता अजित पवार ने कांग्रेस के साथ अपने गंठबंधन टूटने की घोषणा कर दी है. भाजपा-शिवसेना की तरह ही एनसीपी-कांग्रेस गंठबंधन भी सीटों के बंटवारे की विवाद पर ही टूटा. पत्रकार सम्‍मेलन में एनसीपी की ओर से प्रफुल्‍ल पटेल ने औपचारिक घोषणा करने के साथ ही किसी अन्‍य धर्मनिरपेक्ष दल के साथ गंठबंधन के संकेत भी दिये हैं.

उन्‍होंने कहा कि धर्मनिरपेक्ष यूपीए के निर्माण के लिए ही कांग्रेस के साथ गंठबंधन किया गया था. गंठबंधन के बाद से एमसीपी ने अपनी ओर से ईमानदारी से गंठबंधन धर्म का पालन किया. पटेल ने बताया कि गंठबंधन में चुनाव लड़ने पर भी एनसीपी लगातार मजबूत हुआ है और कांगेस से ज्‍यादा सीटें जीती हैं. गंठबंधन धर्म पर बोलते हुए उन्‍होंने कहा कि 15 साल के में कुछ ऐसे मौके भी आये कि विधानसभा चुनाव में अधिक सीटें जीतने के बाद भी मुख्‍यमंत्री का पद कांग्रेस को दिया.

144 सीटों पर नहीं मानी कांगेस

एनसीपी ने गंठबंधन टूटने की जिम्‍मेवारी कांग्रेस पर थोपी है और कहा कि एनसीपी ने कांग्रेस से गंठबंधन में 144 सीटों की मांग की थी. पटेल ने कहा कि कांग्रेस से सीट बंटवारे पर कभी भी स्‍पष्‍ट रुख रहीं रखा और नाही इसको महत्‍व दिया. महारे नेता शरद पवार स्‍वयं कांग्रेस अध्‍यक्षा सोनिया गांधी से मुलाकात कर गंठबंधन बचाने का प्रयास करने की मांग की. वे कभी भी गंठबंधन तोड़े जाने के पक्ष में नहीं थे. उन्‍होंने कहा, कांग्रेस ने सीट बंटवारे पर कभी भी अपने स्‍पष्‍ट राय नहीं दी. हमेशा मीडिया के माध्‍यम से पता चलता था कि कांग्रेस एनसीपी को कितनी सीटें देने को तैयार है. ऐसे में एक बाद 124 सीटों की बात सामने आयी हमने नया फार्मूला मांगा, लेकिन कांग्रेस ने इसपर ध्‍यान नहीं दिया.

मुख्‍यमंत्री पद पर भी नहीं बन पा रही थी सहमती

प्रफुल्‍ल पटेल ने कहा कि दोनों ही पार्टियों ने पिछले 15सालों तक लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ-साथ लड़े हैं. ऐसे में कांग्रेस से अधिक सीटें आने के बाद भी मुख्‍यमंत्री कांगेस का बनता था. इस बार हमारी पार्टी ने मांग की थी कि अगर गंठबंधन की सरकार बनती है तो ढाई-ढाई माह का समीकरण बने, और दोनों पार्टियों के मुख्‍यमंत्री आधे-आधे समय के लिए सत्‍ता संभालेंगे.

राज्‍यपाल से मुलाकात कर गंठबंधन टूटने की जानकारी देंगे

एनसीपी नेता ने कहा कि उनकी पार्टी आज ही राज्‍यपाल से मुलाकात कर गंठबंधन टूटने की जानकारी देगी. अजित पवार ने कहा कि प्रेसवार्ता के बाद शरद पवार के नेतृत्‍व में उनकी पार्टी के शीर्ष नेता राज्‍यपाल को जानकारी देंगे कि उनका और कांग्रेस का गंठबंधन टूट गया है. उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस के बुरे दिनों में भी एनसीपी ने उनका साथ दिया है. 2014 के लोकसभा चुनाव में एनसीपी ने कांग्रेस से ज्‍यादा सीटें जीती थी.

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