जयललिता पर फैसला, तमिलनाडु अस्त-व्यस्त, समर्थकों का हंगामा
तमिलनाडु के लोगों की अम्मा और वहां की मुख्यमंत्री जे जयललिता को कोर्ट ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में दोषी करार दिया और उन्हें आज सजा भी सुनायी जा सकती है. जानकारों का मामना है कि उन्हें एक से सात साल की सजा हो सकती है, यह तो बात हुई कानून की. लेकिन […]
तमिलनाडु के लोगों की अम्मा और वहां की मुख्यमंत्री जे जयललिता को कोर्ट ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में दोषी करार दिया और उन्हें आज सजा भी सुनायी जा सकती है. जानकारों का मामना है कि उन्हें एक से सात साल की सजा हो सकती है, यह तो बात हुई कानून की. लेकिन अगर हम बात भावनाओं की करें, तो दृश्य कुछ और ही उभरता है.
सकते में हैं अम्मा के समर्थक
तमिलनाडु की जनता या यूं कहें कि जयललिता के समर्थक इस फैसले से सकते में हैं. पूरा तमिलनाडु अस्त-व्यस्त हो गया है. आज सुबह से जयललिता के समर्थक कोर्ट परिसर में पहुंचने के लिए आतुर थे. उन्होंने तमिलनाडु और कनार्टक की सीमा पर लगे अवरोध को तोड़ने की कोशिश भी की. हालांकि उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज भी किया.
अंग्रेजी अखबार द हिंदू के मुताबिक मुख्यमंत्री जयललिता के निर्वाचन क्षेत्र श्रीरंगगम् में तनाव व्याप्त है. अम्मा के समर्थक दुकानों को बंद करवा रहे हैं. की दुकानदार तो खुद ब खुद दुकान बंद कर चुके हैं.पार्टी कार्यकर्ता कोर्ट के फैसले का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.वहीं कोयंबटूर में अन्ना समर्थक सड़क पर उतर आये और तोड़फोड़ शुरू कर दी. वे द्रमुक पार्टी और करुणानिधि के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. अम्मा समर्थक उनके प्रति इस कदर समर्पित हैं कि वे कल ही बेंगलूर पहुंच गये थे. आज सुबह से ही तमिलनाडुवासी डर और दहशत के माहौल में हैं. उन्हें इस बात का अंदेशा है कि शायद अम्मा के साथ कुछ बुरा हो सकता है.
जिसके कारण संशकित लोग घर पर ही रहना बेहतर समझ रहे हैं. कोर्ट द्वारा जयललिता को दोषी करार दिये जाने के बाद चेन्नई में दुकानें बंद होने लगीं हैं. खबर है कि जयललिता के समर्थकों ने करुणानिधि के आवास पर पथराव कर दिया है. हालांकि आज द्रमुक नेताओं के आवास पर सुरक्षा सुबह से ही बढ़ा दी गयी थी.
जयललिता को पद छोड़ना पड़ेगा, तो फिर कौन होगा अम्मा का उत्तराधिकारी
दागी जनप्रतिनिधि को लेकर बने एक्ट के अनुसार सजा सुनाये जाने के बाद जयललिता विधायक नहीं रह जायेंगी, ऐसे में उन्हें मुख्यमंत्री पद छोड़ना होगा. ऐसे में यह सवाल लाजिमी है कि आखिर कौन होगा जयललिता का उत्तराधिकारी. तमिलनाडु की राजनीति पर अगर नजर दौड़ायें, तो कुछ नाम हमारे सामने हैं, जो आगे आकर अम्मा की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं, जिनमें प्रमुख हैं वित्तमंत्री ओ पनीरसेल्वम. हालांकि यह जयललिता पर निर्भर करेगा कि वे किसे अपना विश्वासपात्र मानती हैं और अपनी जिम्मेदारी सौंपती हैं. हालांकि अभी जयललिता के पास अपील करने का अवसर है और वह कोर्ट के इस निर्णय के खिलाफ आगे अपील करेंगी.
मौके का फायदा उठाना चाहेंगे करुणानिधि
तमिलनाडु की राजनीति पर अगर गौर करें, तो वर्तमान में करुणानिधि अच्छी स्थिति में नहीं हैं. बावजूद इसके यह उनके लिए सुनहरा अवसर है और वे इसे भुनायेंगे भी. अगले विधानसभा चुनाव में बहुत संभव है कि उन्हें इसका फायदा भी मिले. यद्यपि अभी उन्हें अम्मा समर्थकों के गुस्से का सामना करना पड़ेगा.
तमिलनाडु की राजनीतिपरहै जयललिता की पकड़
अन्नाद्रमुक की नेता जे जयललिता तमिलनाडु की राजनीति में एक ध्रुव की तरह हैं. उनकी साख है. तमिलनाडु की राजनीति में उनकी पकड़ इतनी अच्छी है कि वे राष्ट्रीय राजनीति पर भी अपनी पकड़ रखती हैं. उन्होंने केंद्र सरकार के निर्माण में भी अहम भूमिका निभायी है. अगर हम जयललिता के जीवन पर नजर डाले, तो उनका पूरा कैरियर संघर्षों से भरा पड़ा है. उन्होंने अपने राजनीतिक गुरु एमजीआर से यह सीखा है कि विपरीत समय से किस तरह निकला जाता है. वे इस कला में माहिर हैं.