ओडिशा में मिला नई प्रजाति का सांप
भुवनेश्वर : पिछले साल सरीसर्प खोजकर्ताओं के समूह ने पिछले साल सांप की एक गंजम नाम की नई प्राजति की खोज की है. ये प्रजाति देश में पाई जाने वाली 297 प्रजातियों में से सबसे नई प्रजाति है. इस प्रजाति को लाइकोडिन जारा प्राजति के साथ ढूंढा जा रहा था. सांपो की खोज पर प्रकाशित […]
भुवनेश्वर : पिछले साल सरीसर्प खोजकर्ताओं के समूह ने पिछले साल सांप की एक गंजम नाम की नई प्राजति की खोज की है. ये प्रजाति देश में पाई जाने वाली 297 प्रजातियों में से सबसे नई प्रजाति है.
इस प्रजाति को लाइकोडिन जारा प्राजति के साथ ढूंढा जा रहा था. सांपो की खोज पर प्रकाशित होने वाले एक रूसी जनरल जो कि अंतर्राष्ट्रीय जनरल है उसमें शुक्रवार को एक शोध पत्र प्रकाशित हुआ है.
रिपोर्ट के मुताबिक पूर्वी उड़ीसा के एक गांव में यह सांप पाया गया.वैज्ञानिक 218 वर्षों के दौरान पाए जाने वाले सांपों की पहचान कर रहे थे. पहले भी वैज्ञानिकों ने इन तरह की कोशिश की लेकिन वैज्ञानिकों के कामयाबी हासिल नहीं हुई.
शोध पत्र तैयार करने वाले वैज्ञानिक शुभेंदु मलिक ने बताया कि हमने डेढ़ साल तक तक काम किया और अंतिम इस प्रजाति को खोज निकाला. मलिक स्वयंसेवी संगठन के सचिव हैं जो कि सांपों को बचाने के लिए कार्य करती है.
हरे रंग के इस सांप की गर्दन पर चमकदार सफेद कॉलर और जुड़वा स्पॉट पाए गए.मलिक ने बताया कि इस सापं में लायकोडोन जारा प्राजति से काफी समानता है. इस प्रजाति को 2013 गंजम जिले के बेहरामपुर में 2013 में खोजा गया.
मलिक ने बताया कि हमने परीक्षण के आधार पर कम से कम 12 ऐसी विशेषताएं खोज निकाली जो इन्हें अलग बनाती हैं.