मुंबई: शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने बयान में कहा है कि पार्टी राजग में बने रहने या अलग होने का फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद ही करेगी.
उद्धव के इस बयान से संकेत मिलता है कि महाराष्ट्र में भाजपा का साथ छोडने के बावजूद शिवसेना केंद्र में सत्तारुढ गठबंधन के साथ बने रहने का निर्णय ले सकती है.
शिवसेना प्रमुख ने कल कहा था कि केंद्रीय कैबिनेट में उसके इकलौते मंत्री अनंत गीते इस्तीफा देंगे. हालांकि उनका यह भी कहना था कि राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन से हटना आसान नहीं था.
उद्धव ने कहा कि राजग में शामिल होना और फिर उससे बाहर निकलना आसान नहीं है. वे सभी निर्वाचित सांसद और जो उम्मीदवार जीत नहीं सके, सभी को शिवसेना और भाजपा दोनों के वोट मिले हैं. यह जनादेश है.प्रधानमंत्री मोदी के साथ बातचीत और हमारे समर्थकों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए फैसला लिया जाएगा.
महाराष्ट्र में गठबंधन टूटने के बावजूद केंद्र में सत्ता से चिपके रहने को लेकर मनसे प्रमुख राज ठाकरे की ओर से लगातार हमले झेल रहे शिवसेना प्रमुख ने कल कहा था कि मोदी के अमेरिका से वापस लौटने के बाद गीते उन्हें अपना इस्तीफा सौंप देंगे.
राज ठाकरे ने कुछ साल पहले शिवसेना से अलग होकर अपनी अलग पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) का गठन कर किया था.
हालांकि भारी उद्योग मंत्री गीते ने कहा था कि यह खबर गलत है क्योंकि मुझे अभी तक कोई सूचना नहीं मिली है. इसलिए, मेरे इस्तीफा देने का सवाल कहां से आया. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उद्धव ठाकरे की ओर से इस संबंध में निर्देश मिलने पर उसे नहीं मानने का तो कोई सवाल ही नहीं उठता है.
गीते ने कहा कि मैं निष्ठावान शिवसैनिक हूं. मेरे नेता जो भी निर्देश देंगे मैं उसे मानूंगा. महाराष्ट्र में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर शिवसेना और भाजापा का 25 साल पुराना गठबंधन पिछले बृहस्पतिवार को समाप्त हो गया