महाराष्ट्र विस चुनाव:मोदी राज्य के हर कोने में करेंगे प्रचार
मुंबई:महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा मोदी लहर चलाने की तैयारी में है. महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष देवेंद्र फडणवीस ने आज जानकारी देते हुए कहा कि मोदी जी महाराष्ट्र के हर कोने में पार्टी का प्रचार करेंगे. उनका यह कार्यक्रम चार अक्टूबर से शुरू होगा. वे बीजेपी के हर उम्मीदवार का हौसला बढाने उनके क्षेत्र में जायेंगे. […]
मुंबई:महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा मोदी लहर चलाने की तैयारी में है. महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष देवेंद्र फडणवीस ने आज जानकारी देते हुए कहा कि मोदी जी महाराष्ट्र के हर कोने में पार्टी का प्रचार करेंगे. उनका यह कार्यक्रम चार अक्टूबर से शुरू होगा. वे बीजेपी के हर उम्मीदवार का हौसला बढाने उनके क्षेत्र में जायेंगे.
इससे पहले महाराष्ट्र में वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करके बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को बताया था कि राज्यभर में 300 रैलियां की जायेंगी जिसमें से कुछ में मोदी शिरकत करेंगे. महाराष्ट्र चुनाव अमित शाह के लिए एक चुनौती बन गई है. 25 साल पुराने गंठबंधन के टूटने के बाद बीजेपी ने राज्य में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला लिया है. राज्य में सीट को लेकर दोनों पार्टियों में काफी दिनों तक खींचतान चलने के बाद गंठबंधन टूट गया था.
बीजेपी महायुति में शामिल अन्य चार दलों के साथ गंठबंधन बनाने के प्रयास में हैं हालांकि ये दल किस पार्टी के साथ जायेंगे इसका निर्णय उन्होंने नहीं लिया है. अमित शाह लगातार इनके संपर्क में हैं. वहीं राज्य के मुसलमानों ने विस चुनाव में भाजपा या शिव सेना के साथ जाने का मन बनाया है. मुसलिम नेताओं का आरोप है कि कांग्रेस और एनसीपी उनके समुदाय की अनदेखी कर रहे हैं. मराठवाड़ा और विदर्भ अल्पसंख्यक समुदाय के लोग अधिक हैं फिर भी वहां उनके द्वारा मुसलिम उम्मीदवार नहीं दिया गया है.
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने महाराष्ट्र में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा के बहुमत हासिल करने की उम्मीद जताई और कहा कि पार्टी कांग्रेस रांकपा के कुशासन के खिलाफ लड़ेगी. जावडेकर से जब एक पत्रकार सम्मेलन में पूछा गया कि क्या भाजपा अपने पूर्व सहयोगी शिवसेना के खिलाफ लड़ेगी तो इस पर उन्होंने जवाब दिया कि भाजपा कि लडाई कांग्रेस और राकांपा एवं कुशासन के खिलाफ है.
वहीं शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने बयान में कहा है कि पार्टी राजग में बने रहने या अलग होने का फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद ही करेगी. उद्धव के इस बयान से संकेत मिलता है कि महाराष्ट्र में भाजपा का साथ छोडने के बावजूद शिवसेना केंद्र में सत्तारुढ गठबंधन के साथ बने रहने का निर्णय ले सकती है.