महाराष्‍ट्र चुनाव : शिवसेना के जोश में कमी,बीजेपी को मिलेंगी ज्यादा सीटें

मुंबई : भाजपा-शिवसेना का गंठबंधन टूटने के बाद दोनों पार्टियों की राह अलग हो गई है. दशहरा के अवसर पर शिवसेना ने हमेशा की तरह इस साल भी शिवाजी पार्क में रैली का आयोजन किया लेकिन उनकी इस रैली में कोई उत्साह देखने को नहीं मिला. नेताओं ने भी इस अवसर पर कोई जोशीला भाषण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 4, 2014 6:43 AM

मुंबई : भाजपा-शिवसेना का गंठबंधन टूटने के बाद दोनों पार्टियों की राह अलग हो गई है. दशहरा के अवसर पर शिवसेना ने हमेशा की तरह इस साल भी शिवाजी पार्क में रैली का आयोजन किया लेकिन उनकी इस रैली में कोई उत्साह देखने को नहीं मिला. नेताओं ने भी इस अवसर पर कोई जोशीला भाषण नहीं दिया.

जानकारों की माने तो गंठबंधन टूटने का सबसे ज्यादा असर शिवसेना पर पड़ेगा. दो टीवी चैनलों के लिए सी-वोटर के सर्वे इस बात की ओर इशारा करते नजर आ रहे हैं. सर्वे की माने तो महाराष्ट्र की 288 सीट में से बीजेपी को 93 सीटें मिलने की उम्मीद है. वहीं शिवसेना को 59 सीटें मिलती नजर आ रही है.
वहीं कांग्रेस और एनसीपी के गंठबंधन टूटने के बाद दोनों पार्टियां अलग अलग चुनाव के मैदान में हैं. सर्वे में एनसीपी को 47 और कांग्रेस को 40 सीटें मिलती दिख रही है.
वहीं दूसरी ओर राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) को 27 सीटें मिलने के आसार हैं. बाकी 22 सीटें निर्दलीयों और छोटे दलों के खाते में डाली गई है.
यदि इस सर्वे का अनुमान सही निकलता है तो प्रदेश में भाजपा शिवसेना और मनसे के गंठबंधन से सारकार बनेगी. फिलहाल किसी भी पार्टी ने गंठबंधन से इनकार किया हैं.
शिवसेना को महाराष्‍ट्र के डिब्बेवालों का समर्थन मिल सकता है. सीट के बंटवारे के समय चल रही बैठकों के बीच डिब्बेवालों ने उद्धव से मिलकर समर्थन का एलान किया था.
कल भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने चुनाव के नजीजों के बाद शिवसेना के साथ जाने के संकेत दिए थे लेकिन उद्धव ने इस कयास को नकार दिया था.
वहीं शिवसेना की कल की रैली में महाराष्ट्र में 15 अक्तूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के कारण लागू चुनावी आचार संहिता के कारण अपने जोशीले भाषणों के लिए प्रसिद्ध इस समारोह में नेताओं का जोश ठंडा ही रहा. मध्य मुंबई में स्थित इस मैदान में शिवसेना के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पारंपरिक पूजा में हिस्सा लिया. बाल ठाकरे द्वारा 1966 में स्थापना के बाद से ही पार्टी इस मैदान में दशहरा रैली का आयोजन करती है.

Next Article

Exit mobile version