शिवसेना सत्ता में आई तो घोटालेबाजों की खैर नहीं : उद्धव
मुंबई : भाजपा के साथ 25 साल पुराना गंठबंधन टूटने के बाद शिवसेना वोटरों को लुभाने में लगी हुई है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आयी तो घोटालेबाजों की खैर नहीं होगी. वे करोडों रुपये के कथित सिंचाई घोटाले और पूर्व मुख्यमंत्री […]
मुंबई : भाजपा के साथ 25 साल पुराना गंठबंधन टूटने के बाद शिवसेना वोटरों को लुभाने में लगी हुई है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आयी तो घोटालेबाजों की खैर नहीं होगी. वे करोडों रुपये के कथित सिंचाई घोटाले और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण की ओर से बिल्डर की फाइलों को ‘जल्दबाजी’ में दी गयी मंजूरी की जांच कराएंगे.
ठाकरे ने कल रात कहा, ‘‘एक समय वे (कांग्रेस -राकांपा) अच्छे दोस्त थे, अब वे एक दूसरे पर इल्जाम लगाने में कोई कसर नहीं छोड रहे. एक (अजित पवार) ने कहा कि उन दस्तावेजों को पाने के लिए वह आरटीआई दायर करेंगे जिन पर चव्हाण ने दस्तखत किये जबकि दूसरे (चव्हाण) ने कहा कि कानून उन्हें वैसे ही पकड लेगा जैसे जयललिता के साथ हुआ. पर दोनों को चिंता नहीं करनी चाहिए.
वोट मिलने पर सत्ता में आने के बाद मैं आपकी सभी फाइल खोलूंगा और और असलियत सामने लाउंगा.’’ वह उपनगर बोरिवली में दशहरा रैली को संबोधित कर रहे थे. शिवसेना के कई कार्यकर्ताओं के साथ आरपीआई के नेता राम पंडागले और अजरुन डांगले भी वहां मौजूद थे.
ठाकरे ने सत्ता में आने पर बाल ठाकरे स्मारक बनाने की भी घोषणा की. उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में सत्ता में आने पर हम सुनिश्चित करेंगे कि मेरे पिता बाल ठाकरे का एक स्मारक बने जो अंतरराष्ट्रीय स्तर का हो. लेकिन, मैं इसके लिए दूसरी पार्टियों से मदद नहीं लेना चाहता.’’