नयी दिल्ली : हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और सजायाफ्ता ओमप्रकाश चौटाला इन दिनों अपनी पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल के लिए जमकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं. चौटाला आज हरियाणा के गुडगांव में चुनावी सभा को संबोधित करने वाले हैं. बताते चलें की ओम प्रकाश चौटाला को खराब सेहत होने के चलते दिल्ली हाईकोर्ट से जमानत […]
नयी दिल्ली : हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और सजायाफ्ता ओमप्रकाश चौटाला इन दिनों अपनी पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल के लिए जमकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं. चौटाला आज हरियाणा के गुडगांव में चुनावी सभा को संबोधित करने वाले हैं. बताते चलें की ओम प्रकाश चौटाला को खराब सेहत होने के चलते दिल्ली हाईकोर्ट से जमानत दिया गया है.
ओम प्रकाश चौटाला ने बीमारी का हवाला देकर कोर्ट से जमानत मांगा था और अब वह बीमारी की आड़ में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे हैं. इस मामले में चुनाव आयोग भी कुछ करने के मुड में नहीं दिख रही है.
* आम आदमी पार्टी ने उठाया सवाल
सजायाफ्ता हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के चुनावी रैली को लेकर आम आदमी पार्टी ने सवाल उठाया है. आप के नेता योगेंद्र यादव ने ट्वीट किया है. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि आमप्रकाश चौटाला बीमार हैं और चुनावी रैली कर रहे हैं. उन्होंने पूछा इस मामले में कोर्ट और चुनाव आयोग कुछ क्यों नहीं कर रही है.
* बीमारी का हवाला देकर जमानत पर रिहा
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला इन दिनों जेल से बाहर है. उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट से जमानत मिली है. ओम प्रकाश चौटाला ने कोर्ट से अपनी खराब सेहत को लेकर अर्जी दी थी जिसे दिल्ली हाईकोर्ट ने मंजूर कर ली और उन्हें जमानत मिल गयी.
* मुख्य चुनाव आयोग खामोश
ओम प्रकाश चौटाला अपनी पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल के लिए जोरदार रैलियों पर रैली कर रहे हैं. वह शिक्षक भर्ती घोटाले में सजायाफ्ता हैं. उन्हें कोर्ट की ओर से खराब सेहत के बदले जमानत दी गयी है. बीमार होने के बाद भी वह चुनावी रैली कर रहे हैं और चुनाव आयोग कुछ नहीं कर रही है, खामोश होकर सब देख रही है. इधर इस मामले में मुख्य चुनाव आयुक्त वी एस संपत ने कहा है कि चौटाला मामले में अगर किसी को कोई भी शिकायत है तो वह कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकता है.
* शिक्षक भर्ती घोटाले मामले में हैं दोषी हैं चौटाला
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इंडियन नेशनल लोकदल के प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में दोषी हैं और उन्हें सजा भी हो चुकी है. बताते चलें की सीबीआई की विशेष अदालत ने उन्हें शिक्षक भर्ती घोटाला में दोषी पाया और इसके चलते उन्हें निचली अदालत ने 10 वर्षों की सजा भी सुना चुकी है.