महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने दिया उत्तर भारतीय को टिकट
मुंबई : महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राजठाकरे का उत्तर भारतीयों के प्रति रूख भले ही कड़ा रहता है. राज ठाकरे की पार्टी ने महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव में एक उत्तर भारतीय को टिकट दिया है. पार्टी के इस कार्रवाई से बहुत सारे लोगों के हैरत में डाल दिया है. मूल रुप से उत्तर […]
मुंबई : महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राजठाकरे का उत्तर भारतीयों के प्रति रूख भले ही कड़ा रहता है. राज ठाकरे की पार्टी ने महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव में एक उत्तर भारतीय को टिकट दिया है. पार्टी के इस कार्रवाई से बहुत सारे लोगों के हैरत में डाल दिया है.
मूल रुप से उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले से ताल्लुक रखने वाले अखिलेश चौबे को मनसे ने मुंबई की कांदीवली (पूर्व) सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है. चौबे मनसे के कानूनी प्रकोष्ठ के महासचिव हैं तथा इस विधानसभा चुनाव में पार्टी की ओर से टिकट पाने वाले इकलौते उत्तर भारतीय हैं. पेशे से वकील चौबे ने कहा कि उनकी पार्टी किसी समुदाय के खिलाफ नहीं है जैसा कि कुछ लोग समझते हैं और मनसे महाराष्ट्र के विकास में योगदान देने के इच्छुक किसी भी व्यक्ति का स्वागत करेगी.
उन्होंने से कहा, ""मेरी पार्टी ऐसे लोगों को नहीं चाहती है जिनके दिमाग में काम से जुडा एजेंडा नहीं है. हम उन सभी लोगों का स्वागत करते हैं जो इसको लेकर निश्चित हैं कि वे अपनी जिंदगी में क्या करना चाहते हैं. हम दूसरे राज्यों के ऐसे लोगों को चाहते हैं जो सिर्फ महाराष्ट्र की प्रगति में योगदान देना चाहते हैं, लेकिन अपने निजी विकास को लेकर जागरुक है." कांदीवली (पूर्व) विधानसभा क्षेत्र में कुल 2,72,000 मतदाता हैं जिनमें से 90,000 उत्तर भारतीय मतदाता हैं. इसके बाद 74,000 मराठी और 60,000 गुजराती मतदाता हैं.
राजठाकरे की छवि बाहरी विरोधी रही है-मनसे प्रमुख राजठाकरे की छवि पूरे भारत में एक बाहरी लोगों के विरोधी के तौर पर रही है. राजठाकरे ने महाराष्ट्र में लगातार बाहरी लोगों का विरोध किया है. राजठाकरे की रुख भले ही उत्तर भारतीयों के विरोध के तौर पर जाना जाता है, लेकिन उन्होने उत्तर भारतीय को टिकट देकर अपनी छवि तोड़ने की कोशिश की है.