नयी दिल्ली : पाकिस्तान की ओर से एक बार फिर सीजफायर का उल्लंघन किया गया जिसमें पांच भारतीय नागरिकों की मौत हो गई जबकि 34 लोग घायल बताये जा रहे हैं.प्राप्त जानकारी के अनुसार पाक की ओर से 15 भारतीय पोस्ट पर फायरिंग की गई जिसके बाद जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है.
बीएसएफ की ओर से भी इस फायरिंग का जवाब दिया गया है.पाकिस्तान ने रिहायशी इलाकों में कल रात जमकर फायरिंग की जिसमें एक बच्चे सहित पांच लोगों मारे गये हैं.
बताया जा रहा है कि यह फायरिंग आतंकियों की घुसपैठ के लिए की गई है. इसके बाद जवान सतर्क हो गये. सुरक्षा बलों ने घुसपैठ की कोशिश कर रहे तीन आतंकियों को मार भी गिराया है. उनके पास से तीन भारी हथियार बरामद किये गये हैं.
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान को सीजफायर का उल्लंघन बंद करना चाहिए. उन्हें हकीकत को समझना चाहिए. भारत में अब जमाना बदल गया है. गृहमंत्रालय ने डीजी और बीएसएफ को जम्मू कश्मीर के उस क्षेत्र में भेजपा है जहां सीजफायर का उल्लंघन किया है.
DG,BSF has been instructed by the HM to rush to the border areas of J&K where incidents of ceasefire violations have been reported.
— गृहमंत्री कार्यालय, HMO India (@HMOIndia) October 6, 2014
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि पाक की ओर से फायरिंग दुर्भाग्यपूर्ण है. हम इसकी निंदा करते हैं. सरकार को इसका जवाब देना चाहिए. उन्होंने मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि पता नहीं अब 56 इंच की छाती कहां गई. अब कोई आंख से आंख मिलाकर बात नहीं करता.
पाकिस्तानी सैनिकों ने एक और दो अक्तूबर को पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर दो बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया था जिसमें तीन महिलाओं सहित छह लोग घायल हो गए थे. सेना के अनुसार, जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव नजदीक होने के मद्देनजर पाकिस्तान आधारित आतंकी नेतृत्व भारी गोलीबारी की आड में बडी संख्या में आतंकवादियों को घुसाना चाहता है ताकि राज्य में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिया जा सके.
उधमपुर आधारित रक्षा प्रवक्ता कर्नल एसडी गोस्वामी ने कहा था, ‘‘वे राज्य में विधानसभा चुनाव में खलल डालना चाहते हैं क्योंकि वे जानते हैं कि बडी संख्या में उनके कैडरों का पहले ही सफाया हो चुका है. इसलिए उनकी संख्या बढाने के लिए वे राज्य में अपने अधिक से अधिक लोगों को घुसाने की कोशिश कर रहे हैं. यही वजह है कि संघर्षविराम उल्लंघन की घटनाएं बढी हैं.’’ इससे पहले, पाकिस्तानी सैनिकों की ओर से संघर्षविराम उल्लंघन की भीषण घटना 26 अगस्त की रात को हुई थी.
पाकिस्तानी सैनिकों की ओर से 45 दिन से की जा रही भीषण गोलीबारी और गोलाबारी से सीमा पर उत्पन्न तनाव को कम करने के प्रयास के तहत 29 अगस्त को जम्मू जिले के आरएस पुरा सेक्टर में ऑक्टराय बीओपी में दोनों देशों के बीच सेक्टर कमांडर (डीआईजी-ब्रिगेडियर) स्तर की महत्वपूर्ण फ्लैग मीटिंग हुई थी. बीएसएफ के सैनिकों ने 28 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सांबा सेक्टर की बल्लार्ड चौकी में रेंजरों के साथ कमांडेंट स्तर की फ्लैग मीटिंग की थी.
फिर माहौल बिगाड़ रहा है पाकिस्तान
अगस्त में भारत-पाक सचिव स्तरीय वार्ता के ठीक पहले भारत में पाकिस्तान के उच्चयुक्त ने अलगाववादी नेताओं से बातचीत कर द्विपक्षीय संबंधों को पटरी से उतार दिया था. इसका असर संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी देखा गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी पड़ोसी देश के राष्ट्र प्रमुखों से मिले, नवाज शरीफ को छोड़ कर.
मोदी ने न्यू यॉर्क में कहा कि भारत पड़ोसी देश से बेहतर संबंध चाहता है, लेकिन आतंकवाद की छाया के बगैर. उम्मीद जगी कि नेपाल की राजधानी काठमांडू में नवंबर के अंत में होनेवाले दक्षेस शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों देशों के प्रधानमंत्री मिलेंगे. लेकिन, न तो सीमा पार से गोलीबारी रुक रही है, न घुसपैठ की कोशिशें. ऊपर से पाकिस्तान के भूतपूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने ‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’ की तर्ज पर सीमा पर पाकिस्तान की ओर से हो रहे युद्धविराम के उल्लंघन का ठीकरा भारत के सिर ही फोड़ दिया. कहा कि भारत, पाकिस्तान के सब्र का इम्तिहान न ले. पाक ने अक्तूबर में 10 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है. पुंछ में सात और जम्मू में तीन बार.
रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष मेहता ने बताया कि सुबह करीब आठ बजे पुंछ जिले के बलनोई उप सेक्टर में भारत की अग्रिम चौकियों पर सीमा पार से बिना किसी उकसावे के भारी गोलीबारी की गयी. सेना ने इसका करारा जवाब दिया. वहीं, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि सेना पाकिस्तान को उचित जवाब देगी.