कल से शुरू होगी IRNSS-1C उलटी गिनती, भारत का GPS होगा अमेरिका के बराबर

चेन्नई : श्रीहरिकोट में कल से IRNSS-1C की उलटी गिनती शुरू हो जायेगा. इस मिसाइल का प्रक्षेपण शुक्रवार को किया जायेगा. इसके सफल होते ही भारत की निगरानी प्रणाली को अमेरिका के जीपीएस (ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) के समकक्ष लिया जायेगा. इसके लिए सात उपग्रहों की सीरीज में तीसरे उपग्रह IRNSS-1C के प्रक्षेपण के लिए 67 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 6, 2014 7:07 PM

चेन्नई : श्रीहरिकोट में कल से IRNSS-1C की उलटी गिनती शुरू हो जायेगा. इस मिसाइल का प्रक्षेपण शुक्रवार को किया जायेगा. इसके सफल होते ही भारत की निगरानी प्रणाली को अमेरिका के जीपीएस (ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) के समकक्ष लिया जायेगा. इसके लिए सात उपग्रहों की सीरीज में तीसरे उपग्रह IRNSS-1C के प्रक्षेपण के लिए 67 घंटे की उलटी गिनती कल श्रीहरिकोटा में शुरु हो जाएगी.

इसरो के प्रवक्ता देवी प्रसाद कार्णिक ने बताया, 10 अक्तूबर को 1.56 बजे उपग्रह को छोडा जाएगा. इसके लिए 67 घंटे की उलटी गिनती कल सुबह करीब 7 बजे शुरु होगी. इस उपग्रह को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से भारत के पीएसएलवी-सी 26 यान से छोडा जाएगा. आईआरएनएसएस 1 ए और आईआरएनएसएस 1 बी की तरह ही इस मिशन को पीएसएलवी के एक्सएल संस्करण पर प्रक्षेपित किया जाएगा.

इसरो ने अमेरिका के जीपीएस के समान एक क्षेत्रीय निगरानी प्रणाली बनाने की अपनी महत्वाकांक्षा के तहत इंडियन रीजनल नैविगेशनल सैटेलाइट सिस्टम (आईआरएनएसएस) लगाने के लिए सात उपग्रहों को भेजने की योजना बनायी है. इसरों के अधिकारियों ने कहा कि संगठन को आईआरएनएसएस का परिचालन शुरु करने के लिए सात उपग्रहों में से कम से कम चार का प्रक्षेपण करने की जरुरत है.

आईआरएनएसएस के एप्लीकेशंस में क्षेत्रीय व समुद्री निगरानी, आपदा प्रबंधन, वाहनों की निगरानी व बेडा प्रबंधन शामिल हैं.

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