नयी दिल्ली : जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से लगातार की जा रही गोलीबारी के बीच जहां दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात बन गये हैं, वहीं जुबानी जंग भी चरम पर पहुंच गया है. रक्षामंत्री अरुण जेटली ने आज पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि वह अपनी हरकतों से बाज आये नहीं तो उसे इसकी कीमत चुकानी होगी. जेटली ने कहा कि वह बेगुनाह भारतीयों की जान ले रहा है. उन्होंने एक संवाददाताओं से कहा कि पाकिस्तान की ओर से लगातार सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है. उन्होंने सुरक्षा बलों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि बीएसएफ ने शानदार काम किया है.
जेटली ने कहा कि भारत एक जिम्मेवार देश है. वह आक्रमण नहीं करता है. लेकिन भारत की जिम्मेवारी है कि वह अपने नागरिकों व भूमि को अक्षुण्ण रखे. उन्होंने कहा कि हमारी सेना व बीएसएफ जनता की रक्षा करने के लिए जो कदम उठा सकती है, उठा रही है. यह उसकी जिम्मेवारी है, जिसका वह अच्छे से निर्वाह कर रही है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अगर इसी तरह खतरों से खेलता रहा तो उसे यह बहुत महंगी पड़ेगी. उधर, गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस मामले में प्रधानमंत्री को जवाब देने की जरूरत नहीं है. हमारे सुरक्षा बल पाकिस्तान को जवाब दे रहे हैं.
उधर, पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता तसनीम असलम ने एक भारतीय न्यूज चैनल से कहा कि पाकिस्तान इसका जवाब देने में सक्षम है. असलम ने आरोप लगाया कि उकसावे की कार्रवाई भारत की ओर से की गयी है. उधर, समाचार एजेंसी रायटर ने अपनी वेबसाइट पर लिखी खबर में दोनों देशों के बीच 10 सालों में सबसे गंभीर हालात होने की बात कही है. इस एजेंसी की खबर के अनुसार, अबतक दोनों देशों की ओर से हुई कार्रवाई में आठ भारतीय व नौ पाकिस्तानी नागरिक मारे जा चुके हैं. हालांकि बीबीसी हिंदी डॉट काम ने दोनों देशों के बीच जारी गोलीबारी में 19 लोगों के मारे जाने की बात कही है.
रायटर की खबर के अनुसार, इस कार्रवाई से अबतक 20 हजार भारतीय नागरिक जम्मू क्षेत्र स्थित अपने घर को छोड़ पलायन कर गये हैं. वे सीमाई इलाके से हट कर राहत कैंपों में रह रहे हैं. रायटर ने लिखा है कि भारत में सरकार की ओर से शीर्ष पदों पर बैठेअधिकारियों की एक बैठक आयोजित कर हालात की समीक्षा की गयी, वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भी शुक्रवार को इसी तरह की एक बैठक कर हालात का जायजा लेंगे.
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार की शाम मीडिया से कहा था कि कुछ ही दिनों में सबकुछ ठीक हो जायेगा. उधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने पाकिस्तान की कार्रवाई के मद्देनजर देश में स्थायी रक्षा मंत्री की मांग उठा दी है. दोनों ही देशों में 2003 से ही संघर्ष विराम है. लेकिन पाकिस्तान लगातार इसका उल्लंघन करता रहता है.