नरेंद्र मोदी सरकार कुंभकर्णी निद्रा में सोई है : सुप्रीम कोर्ट
नयी दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने नरेंद्र मोदी सरकार को एक बार फिर से फटकार लगायी है. शीर्ष कोर्ट ने केंद्र को फटकार लगाते हुए उसकी तुलना कुंभकर्ण से कर दी. दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने मोदी सरकार के प्रर्यावरण मंत्रालय को दो महीने के अंदर एक रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया था. लेकिन रिपोर्ट नहीं […]
नयी दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने नरेंद्र मोदी सरकार को एक बार फिर से फटकार लगायी है. शीर्ष कोर्ट ने केंद्र को फटकार लगाते हुए उसकी तुलना कुंभकर्ण से कर दी. दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने मोदी सरकार के प्रर्यावरण मंत्रालय को दो महीने के अंदर एक रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया था. लेकिन रिपोर्ट नहीं सौंपे जाने से सुप्रीम कोर्ट ने काफी नाराजगी व्यक्त की और केंद्र सरकार को कुंभकर्ण जैसा बताया.
* क्या है मामला
सुप्रीम कोर्ट ने पर्यावरण मंत्रालय को उत्तराखंड के अलकनंदा और भागीरथी में चल रहे हाइड्रो-इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट के बॉयोडायवर्सिटी इंपैक्ट के बारे में रिपोर्ट मांगी थी. केंद्र सरकार के पर्यावरण मंत्रालय ने दो महीने बीत जाने के बाद भी रिपोर्ट पेश नहीं की जिससे सुनवाई कर रहे जज काफी नाराज हो गये और केंद्र सरकार को काफी सुस्त बताते हुए उसकी तुलना रामायण के पात्र कुंभकर्ण से कर दी.
* कौन था कुंभकर्ण
आपको मालूम हो कि कुंभकर्ण रामायण का मुख्य पात्र था और वह राणव का भाई था. उसे वरदान मिला था कि वह छह महीने तक सो सकता था. राम-रावण युद्ध के समय उसे जबरन निंद से जगायाय गया था.
* इससे पहले भी सुप्रीम कोर्ट से केंद्र को फटकार लग चुका है
सुप्रीम कोर्ट की ओर से केंद्र सरकार को इससे पहले भी फटकार लग चुकी है. गंगा सफाई अभियान को लेकर कोर्ट ने केंद्र को फटकार लगायी थी. इस मामले पर कोर्ट ने नरेंद्र मोदी सरकार को फटकार लगाते हुए कहा था कि गंगा की सफाई को लेकर केंद्र सरकार एक्टिव नजर नहीं आ रही है. कोर्ट ने नाराज होते हुए कहा था कि ऐसे में तो सौ सालों के बाद भी गंगा की सफाई नहीं हो पाएगी.