प्रधानमंत्री की अपील, बंदूकें छोड़कर हल थामें युवा

ब्रह्मपुरी (महाराष्ट्र) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिंसा की ओर जा रहे युवाओं से आज अपील करते हुए कहा,, माओवाद का रास्ता पकड़ने वाले युवाओं से हिंसा छोड़ दें. उन्होंने युवाओं से कहा, उन्हें अपनी बंदूकें त्याग देनी चाहिए और इसकी जगह अपने जीवन को बदलने के लिए हल उठाना चाहिए. नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 10, 2014 6:36 PM

ब्रह्मपुरी (महाराष्ट्र) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिंसा की ओर जा रहे युवाओं से आज अपील करते हुए कहा,, माओवाद का रास्ता पकड़ने वाले युवाओं से हिंसा छोड़ दें. उन्होंने युवाओं से कहा, उन्हें अपनी बंदूकें त्याग देनी चाहिए और इसकी जगह अपने जीवन को बदलने के लिए हल उठाना चाहिए.

नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित जिले चंद्रपुर के बह्मपुरी में एक चुनावी सभा को संबोधित कर रह थे इस क्षेत्र में नक्सल का प्रभाव है और ज्यादातर युवाओं का झुकाव बंदुक और हिंसा की तरफ ना हो इस उद्धेश्य से उन्होंने यहां युवाओं से हिंसा का रास्ता छोड़ने की अपील करते हुए कहा, आतंक से कभी किसी को लाभ नहीं पहुंचा है. मैं हिंसा के मार्ग पर गए सभी युवाओं से आतंकवाद त्यागने का आग्रह करता हूं. इससे आपका भला नहीं होगा. अपने कंधों से बंदूक उतारिए और इसकी जगह हल उठाइए. यह आपके जीवन को बदल देगा.
महाराष्ट्र पुलिस के नक्सल रोधी प्रकोष्ठ के हालिया आंकड़ों के अनुसार फरवरी 1985 से लेकर जुलाई 2014 तक माओवाद से सर्वाधिक प्रभावित गढ़चिरौली में नक्सली हिंसा में 451 लोग मारे गए हैं. गोंडिया जिले में 33 और चंद्रपुर में नौ लोग मारे गए हैं. मोदी ने कहा कि राज्य में भाजपा के लिए आगामी विधानसभा चुनाव जीतना अनिवार्य है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि किसान उसी तरह समृद्ध हों जैसे कि वे पड़ोसी छत्तीसगढ़ में हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि आपको सुनिश्चित करना है कि चुनाव में भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ विजयी हो. केवल तभी पानी से वंचित किसानों को पानी मिल सकता है.
यदि किसान को पर्याप्त पानी मिले तो वह सोना उगाने की क्षमता रखता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस छत्तीसगढ़ को बीमारू राज्य कहा जाता था, वह भाजपा के शासन के तहत जबर्दस्त रूप से समृद्ध हुआ है. हमने सुनिश्चित किया है कि किसानों को उनके उत्पादन का उचित मूल्य मिले. मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र पड़ोसी राज्य है. हमारे किसान उसी तरह से प्रगति क्यों नहीं कर सकते? उन्हें अपने उत्पादन का उचित मूल्य क्यों नहीं मिल सकता? आपके लिए काम करने का हमें मौका दीजिए, हम इस राज्य का चेहरा बदल देंगे. मोदी युवाओं को आगे बढ़ाने और उनके दम पर विकास का सपना देखते है. मोदी ने कई बार अपने संबोधन में इसकी चर्चा की है.

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