हुदहुद चक्रवात का खतरा बढ़ा, 38 ट्रेनें रद्द, सुरक्षित स्थानों पर भेजे गये तटीय इलाकों के लोग

नयी दिल्ली : हुडहुड चक्रवात तेजी से विशाखापट्टनम की ओर बढ़ रहा है ,कल सुबह तक यह चक्रवात विशाखापट्टनम पहुंच जायेगा. चक्रवात के खतरे को देखते हुए आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों के निचले इलाकों से हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की विशेष आयुक्त के हिमावती ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 11, 2014 11:30 AM

नयी दिल्ली : हुडहुड चक्रवात तेजी से विशाखापट्टनम की ओर बढ़ रहा है ,कल सुबह तक यह चक्रवात विशाखापट्टनम पहुंच जायेगा. चक्रवात के खतरे को देखते हुए आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों के निचले इलाकों से हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की विशेष आयुक्त के हिमावती ने बताया कि अब तक विशाखापत्तनम जिले से 24 हजार, विजियानगरम से 15 हजार, श्रीकाकुलम से 46 हजार और पूर्वी गोदावरी जिले से 160 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

हिमावती ने कहा कि तटीय जिलों में 146 चक्रवात राहत केंद्र स्थापित किये गये हैं. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने राहत एवं बचाव अभियान के लिए 19 टीमें तैनात की हैं. प्रत्येक टीम में 45 से 50 सदस्य हैं.

इसके अतिरिक्त बडी संख्या में सैन्यकर्मियों को विशाखापत्तनम में तैनात रखा गया है. श्रीकाकुलम में समुद्र में आज सुबह स्थिति बेहद प्रतिकूल थी.मौसम विभाग ने आगाह किया है कि चक्रवात के चलते कच्चे मकानों को जबर्दस्त नुकसान हो सकता है, बड़े पेड़ उखड़ सकते हैं और रेल एवं सड़क परिवहन को आंशिक नुकसान पहुंच सकता है.

उपमुख्यमंत्री केई कृष्ण मूर्ति ने कहा कि चक्रवाती तूफान से निपटने के लिए सरकारी मशीनरी तैयार है.भारतीय नौसेना की पूर्वी कमान ने मदद के लिए चार जहाजों को तैयार रखा है. इन जहाजों पर अतिरिक्त गोताखोर, डॉक्टर, रबड की नौकाएं, हेलीकॉप्टर, भोजन, तंबू, कपडों और दवाओं सहित राहत सामग्री तैयार रखी गई है.

नौसेना के हवाई स्टेशन आईएनएस डेगा में में छह विमान तैयार रखे गए हैं. सूत्रों ने बताया कि तत्काल नोटिस पर काम करने के लिए अतिरिक्त राहत सामग्री के साथ गोताखोरों की 30 टीमें और चार प्लाटून तैयार रखी गयी हैं. मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान विशाखापत्तनम स्थित डॉप्लर मौसम रडार के दायरे में है और यह इस पर सुबह से ही नजर रखे हुए है. इसके साथ ही उपग्रह और अन्य टोही उपकरणों से भी नजर रखी जा रही है.

ताजा अवलोकन के अनुसार बंगाल की पश्चिमी मध्य खाडी के ऊपर स्थित चक्रवाती तूफान पिछले छह घंटों में पश्चिमी उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ा है और भारतीय समयानुसार आज सुबह साढ़े पांच बजे यह आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम के 330 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में तथा ओडिशा में गोपालपुर के 380 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व में केंद्रित था.

यह कुछ और समय तक पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ेगा. इसके बाद यह उत्तर पश्चिम की दिशा में बढ़ेगा और कल पूर्वाह्न तक विशाखापत्तनम के आसपास आंध्र प्रदेश तट को पार करेगा. मौसम विभाग ने बताया कि इसके प्रभाव के चलते अगले 48 घंटों में उत्तरी आंध्र प्रदेश के पश्चिमी और पूर्वी गोदावरी, विशाखापत्तनम, विजियानगरम और श्रीकाकुलम जिलों में तथा ओडिशा के गंजाम, गजपति, कोरापुट, रायगढा, नबरंगपुर, मल्कानगिरि, कालाहांडी और फुलबानी जिलों में अधिकतर जगहों पर भारी बारिश (6.5-12.4 सेंटीमीटर) होगी, जबकि कुछ स्थानों पर अत्यंत भारी (12.5-24.4) सेंटीमीटर बारिश होगी.

कुछेक जगहों पर भारी से भारी बारिश (24.5 सेंटीमीटर) होगी. आंध्र प्रदेश के कृष्णा, गुंटूर और प्रकाशम जिलों तथा उत्तर तटीय ओडिशा में भी इस दौरान अधिकतर स्थानों पर बारिश होगी, जबकि कुछ स्थानोंे पर भारी से भारी बारिश होने की संभावाना है.

अगले 12 घंटों में उत्तरी आंध्र प्रदेश के तट और अपटतीय क्षेत्र में पचास से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहीं तूफानी हवाएं तथा कुछ स्थानों पर 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहीं हवाएं बरकरार रहेंगी.

तूफान के टकराने के समय उत्तरी आंध्र प्रदेश (पूर्वी गोदावरी, विशाखापत्तनम, विजियानगरम और श्रीकाकुलम जिले) में हवाओं की गति धीरे-धीरे बढ़कर 140 से 150 किलोमीटर प्रति घंटे और फिर 165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंच जाएगी. दक्षिणी आंध्र प्रदेश में आसपास के जिलों (पश्चिमी गोदावरी, कृष्णा जिले) में हवाओं की गति 80 से 90 किलोमीटर प्रति घंटा होगी.

एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज यहां बताया कि इस बीच, दक्षिण मध्य रेलवे ने चक्रवात के खतरे के चलते कई एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों को रद्द करने तथा कई का मार्ग बदलने की घोषणा की है.

दक्षिण मध्य रेलवे :विजयवाडा: के मंडल प्रबंधक प्रदीप कुमार ने कहा, करीब 28 एक्सप्रेस और 12 पैसेंजर टे्रन रद्द कर दी गयी हैं, जबकि 13 ट्रेनों का मार्ग बदल दिया गया है. एक ट्रेन को आंशिक रुप से रद्द किया गया है.

रद्द की गई एक्सप्रेस ट्रेनों में तिरुपति-पुरी-सिकंदराबाद, तिरुपति-विशाखापत्तनम, सिकंदराबाद-विशाखापत्तनम, भुवनेश्वर-तिरुपति, भुवनेश्वर-सिकंदराबाद, विशाखापत्तनम-निजामाबाद तथा अन्य ट्रेन शामिल हैं. आंशिक रुप से रद्द ट्रेनों में सिकंदराबाद-विशाखापत्तनम, विशाखापत्तनम-सिंकदराबाद हैं. सिकंदराबाद-हावड़ा, हावड़ा-चेन्नई और हावड़ा-यशवतंपुर ट्रेनों का मार्ग बदला गया है.

Next Article

Exit mobile version